लद्दाख हिंसा: 'ड्रैगन' पर भड़का अमेरिका, कहा, चीन की कम्युनिस्ट पार्टी अपने पड़ोस में दुष्ट रवैया अपनाए हुए

LAC पर भारत और चीन सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प पर बवाल मचा हुआ है। ऐसे में अमेरिका ने एक बार फिर से चीन पर निशाना साधा है। विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) अपने पड़ोस में ‘दुष्ट’ रवैया अपनाए हुए है। 

Asianet News Hindi | Published : Jun 20, 2020 5:18 AM IST / Updated: Jun 20 2020, 01:15 PM IST

न्यूयॉर्क.  LAC पर भारत और चीन सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प पर बवाल मचा हुआ है। ऐसे में अमेरिका ने एक बार फिर से चीन पर निशाना साधा है। विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) अपने पड़ोस में ‘दुष्ट’ रवैया अपनाए हुए है। वह अमेरिका और यूरोप के बीच साइबर कैम्पेन के जरिए गलत प्रचार कर रही है, ताकि यहां की सरकारों को कमजोर किया जा सके। वह विकासशील देशों को अपने कर्ज और निर्भरता के बोझ तले दबाना चाहती है।

भारत के साथ तनाव बढ़ाने में जुटी चीनी सेना: पोम्पियो

पोम्पियो ने आगे कहा कि चीनी फौज दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत के साथ सीमा पर तनाव बढ़ाने में जुटी है। दक्षिण चीन सागर में वह गलत तरीके से अपना क्षेत्र बढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि चीन ने कोरोनावायरस के बारे में झूठ बोला, फिर इसे दुनिया के बाकी हिस्सों में फैलाया। अब देशों को इस महामारी में उलझाकर सभी का ध्यान भटका कर गलत फायदा उठा रहा है और उसने अपनी साजिश को छिपाने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) पर दबाव डाला।

चीन ने उठाया फायदा 

पोम्पियो शुक्रवार को कोपेनहेगन डेमोक्रेसी समिट 2020 में 'यूरोप और चीन की चुनौतियां' विषय पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पश्चिमी देशों को सालों तक उम्मीद रही कि वो चीन की कम्युनिस्ट सोच में बदलाव लाकर वहां के लोगों के जीवन में सुधार ला सकते हैं, लेकिन चीन की सत्ताधारी पार्टी पड़ोसी देशों से अच्छे संबंधों का दिखावा करके उनकी नरमी का फायदा उठाती रही। 

दुनिया की आजाद और तरक्की पर चीन की नजर

अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि सीसीपी नाटो जैसे संस्थानों के जरिए दुनिया में बरकरार आजादी और उससे आई तरक्की को चीन खत्म कर देना चाहता है। इतनी ही नहीं, उन्होंने कहा कि चीन फायदा पहुंचाने वाले नियम-कायदे अपनाना चाहता है। पोम्पियो ने कहा कि सीसीपी ने संयुक्त राष्ट्र में दर्ज संधि को तोड़ते हुए हॉन्गकॉन्ग की आजादी को खत्म करने का फैसला किया और चीन हॉन्गकॉन्ग के मामले में जो कर रहा है वो सिर्फ एक उदाहरण है। पोम्पियो का कहना है कि चीन कई अंतर्राष्ट्रीय संधियों का उल्लंघन कर चुका है। वह मानवाधिकारों का उल्लंघन करते हुए चीन के उइगर मुस्लिमों पर अत्याचार कर रहा है।

भारतीय जवानों के शहीद होने पर चीन ने जताया शोक 

पोम्पियो ने एक दिन पहले ही ट्वीट करके लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ झड़प में 20 भारतीय जवानों के शहीद होने पर शोक जताया था। उन्होंने लिखा था, 'हम चीन के साथ हुए हालिया विवाद में भारतीय सैनिकों के शहीद होने पर संवेदनाएं जताते हैं। हम सैनिकों को हमेशा याद रखेंगे, जिनके परिवार, करीबी और प्रियजन शोक में डूबे हैं।'

नेपाल-चीन के बीच हुई मीटिंग

नेपाल और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने शुक्रवार को वर्चुअल मीटिंग की। इसमें मौजूदा राजनीतिक हालात और कोरोनावायरस महामारी पर चर्चा हुई। नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष पुष्प कमल दहल और उप-प्रधानमंत्री ईशोर पोखरेल समेत अन्य वरिष्ठ नेता इसमें शामिल हुए।

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