भारत संयुक्त राष्ट्र के अहम अंग इकनॉमिक एंड सोशल कांउसिल में चुना गया है। ये यूएन के 6 प्रमुख हिस्सों में से एक है। भारत साल 2022 से 2024 तक के लिए चुना गया है। संयुक्त राष्ट्र में भारतीय राजदूत टीएस त्रिमूर्ति ने इसमें चुने जाने के लिए सभी को धन्यवाद कहा।
नई दिल्ली. भारत संयुक्त राष्ट्र के अहम अंग इकनॉमिक एंड सोशल कांउसिल में चुना गया है। ये यूएन के 6 प्रमुख हिस्सों में से एक है। भारत साल 2022 से 2024 तक के लिए चुना गया है। संयुक्त राष्ट्र में भारतीय राजदूत टीएस त्रिमूर्ति ने इसमें चुने जाने के लिए सभी को धन्यवाद कहा।
इकनॉमिक एंड सोशल कांउसिल में 54 सदस्य हैं। इनमें से भारत भी एक है। टीएस त्रिमूर्ति ने भारत के पक्ष में वोट करने वाले सभी देशों को धन्यवाद कहा। इकनॉमिक एंड सोशल कांउसिल संयुक्त राष्ट्र के विभिन्न लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए अहम भूमिका निभाती है।
एशिया प्रशांत क्षेत्र के तौर पर चुना गया भारत
इस परिषद के लिए सोमवार को चुनाव हुए। भारत इसमें एशिया प्रशांत क्षेत्र के तौर पर चुना गया है। इसमें अफगानिस्तान, कजाखिस्तान और ओमान शामिल थे। वहीं, पूर्वी यूरोपीय देशों में से क्रोएशिया, चेक रिपब्लिक, दक्षिण अमेरिका और केरेबियन देशों से बेल्जी, चिली और पेरू और अफ्रीकी देशों में से मॉरिशस, ट्यूनेशिया, तंजानिया, एसवाटिनी और कोट डी आईवोरे को चुना गया है। वहीं, इस चुनाव में
ये संयुक्त राष्ट्र का एक ऐसा केंद्र है जहां पर डिबेट के जरिए विचारों का आदान-प्रदान किया जाता है कि आगे बढ़ने और यूएन के लक्ष्य पूरा करने का मार्ग तय किया जाता है। ये संयुक्त राष्ट्र की बैठकों और सम्मेलनों के लिए भी उत्तररादयी होती है।
भारत यूएन का अस्थाई सदस्य
अभी भारत 2021-22 तक के लिए यूएन सुरक्षा परिषद में अस्थायी सदस्य के तौर पर अपनी सेवाएं दे रहा है। वहीं, ECOSOC का गठन 1945 में हुआ था। इसके 54 सदस्यों को जनरल असेंबली द्वारा तीन वर्ष के लिए चुना जाता है। सदस्यता क्षेत्रीय आधार पर दी जाती है।