
सिंगापुर: भारत को नवीकरणीय क्षेत्र में हर साल 30 अरब डॉलर के निवेश की जरूरत है। साथ ही नवीकरणीय क्षेत्र में समझौते की विश्वसनीयता को बनाए रखने के लिए कड़े नियम होने चाहिए। ऊर्जा , पर्यावरण एवं जल परिषद (सीईईडब्ल्यू) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुणभ घोष ने बताया, " आज , हमें नवीकरणीय क्षेत्र में सालाना करीब 11 अरब डॉलर का निवेश मिल रहा है। भारत में नवीकरणीय क्षेत्र में सालाना 30 अरब डॉलर का निवेश होना चाहिए। "
लागू हो सख्त नियम- अरुणभ घोष
घोष ने यह बात सिंगापुर में ऊर्जा क्षेत्र पर अंतराष्ट्रीय सम्मेलन ‘‘सिंगापुर इंटरनेशनल एनर्जी वीक’’ में कही। उन्होंने कहा कि नवीकरणीय क्षेत्र में नियम लागू करें , निविदा के स्तर पर ऑक्शन को पारदर्शी बनाए और समझौते की विश्वसनीयता बरकरार रखी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कुछ क्षेत्रों में अच्छा काम हुआ है लेकिन अन्य में जरूरत के मुताबिक काम नहीं हुआ है।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)
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