बुल्गारिया की व्यापारिक जहाज को सोमाली लुटेरों से बचाने के लिए वहां के राष्ट्रपति ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया है।
नई दिल्ली। भारतीय नौसेना की वीरतापूर्ण कार्य की सराहना विदेशों में भी मिल रही है। बुल्गारिया की व्यापारिक जहाज को सोमाली लुटेरों से बचाने के लिए वहां के राष्ट्रपति ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया है। उन्होंने भारत के प्रति कृतज्ञता जताते हुए कहा कि किडनैप किए गए बल्गेरियाई जहाज "रुएन" और 7 बल्गेरियाई नागरिकों सहित उसके चालक दल को बचाने के लिए भारतीय नौसेना की बहादुरीपूर्ण कार्रवाई के लिए भारत के प्रधानमंत्री को धन्यवाद है।
दरअसल, एमवी रुएन नाम के एक मर्चेंट शिप को बीते 14 दिसंबर 2023 को सोमालिया के समुद्री लुटरों ने अपहृत कर लिया था। इस मर्चेंट शिप में बुल्गारिया, अंगोला, म्यांमार के 15 से अधिक चालक दल के सदस्य थे। नेवी के प्रवक्ता ने बताया कि आईएनएस कोलकाता ने शनिवार शाम 15 मार्च 2024 को बहादुरीपूर्ण ऑपरेशन को अंजाम दिया। भारतीय नेवी ने 35 समुद्री सोमालिया लुटेरों को घेर लिया। उनको आत्मसमर्पण के लिए मजबूर कर दिया।
यह ऑपरेशन करीब 40 घंटे तक चली। इस आपरेशन के सभी 17 चालक दल के मेंबर्स को सुरक्षित मुक्त कराया गया। नेवी के प्रवक्ता ने बताया कि समुद्री लुटेरों द्वारा अपहरण के बाद मर्चेंट शिप को भगाने की कोशिश की गई लेकिन इस ऑपरेशन में आईएनएस कोलकाता की मदद के लिए आईएनएस सुभद्रा, मानव रहित हवाई वाहन, पी-8आई समुद्री गश्त विमान और कमांडोज को भी मदद के लिए भेजा गया ताकि किसी भी सूरत में मर्चेंट शिप को लुटेरों से मुक्त कराया जा सके।