
तेहरान. इराक में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हमले के बाद ईरान के सर्वोच्च नेता अयातोल्लाह खामनेई ने जनता को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा, अमेरिकी ठिकानों पर हमारा हमला सफल रहा। उन्होंने कहा, अमेरिका की दादागीरी के खिलाफ हमने हमेशा संघर्ष किया है। यह हमला अमेरिका के घमंड पर तमाचा है।
खामनेई ने जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या को शहादत बताया। उन्होंने कहा, ईरान उनके योगदान को कभी नहीं भूल सकता। उन्होंने कहा, अमेरिकी झूठे हैं। उन्होंने सुलेमानी को आतंकी घोषित करने की कोशिश की। यह अन्यायपूर्ण है।
'महान योद्धा थे सुलेमानी'
उन्होंने कहा, सुलेमानी महान योद्धा था। वे अच्छे भाई थे। वे बहादुर शख्स थे।
ईरान ने अमेरिकी ठिकानों को बनाया निशाना
ईरान ने मंगलवार देर रात इराक में 3 सैन्य बेस कैम्पों को निशाना बनाया। ईरान ने एक दर्जन से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। ईरानी मीडिया का दावा है कि इस हमले में करीब 80 लोग मारे गए। हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्वीट कर कहा कि ऑल इज वेल। अभी तक सब ठीक है। नुकसान का जायजा लिया जा रहा है।
3 जनवरी को अमेरिकी हमले में मारे गए थे सुलेमानी
3 जनवरी को अमेरिका ने इराक में ड्रोन हमले में जनरल कासिम सुलेमानी को समेत 8 को मार गिराया था। इसके बाद से ईरान लगातार अमेरिका को अंजाम भुगतने की धमकी दे रहा था।
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