एक बार फिर इजरायली सेना ने खाने के इंतजार में लाइन में लगे भूखे फिलिस्तीनियों पर गोलियां बरसाईं। इस हमले में कम से कम 19 नागरिक मारे गए।
Israel Brutal killing in Gaza: इजरायली हमले से गाजापट्टी पूरी तरह से तबाह हो चुका है। मूलभूत आवश्यकताओं के लिए स्थानीय निवासी तड़प रहे हैं। इजरायल ने सबकुछ तहस नहस कर दिया है। फिलिस्तीनी नागरिक एक-एक रोटी के लिए तड़प रहे, बच्चे भूख से बिलबिला रहे हैं। इन स्थितियों में भी इजरायली सेना अपनी बंदूकों से गोलियां बरसाना नहीं छोड़ रहे हैं। एक बार फिर इजरायली सेना ने खाने के इंतजार में लाइन में लगे भूखे फिलिस्तीनियों पर गोलियां बरसाईं। इस हमले में कम से कम 19 नागरिक मारे गए। हालांकि, इजरायल ने इस गोलीबारी को खारिज कर दिया है।
अमेरिकन मीडिया सीएनएन के अनुसार, गाजा पट्टी के अल-कुवैत एड प्वाइंट पर भूख से तड़प रहे सैकड़ों फिलिस्तीनी आटा के लिए घंटों से लाइन में खड़े होकर इंतजार कर रहे थे। उसी समय अचानक से इजरायली सैनिकों ने पहुंच कर फायरिंग शुरू कर दी। गोलियां बरसाकर कम से कम 19 फिलिस्तीनियों को मार गिराया। रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली सैनिक तमाम बार ऐसा कर चुके हैं। राहत सामग्री के लिए खड़े लोगों को अपना निशाना बनाते हैं और उनको बेवजह मार डालते हैं। इजराइली सैनिकों ने 29 फरवरी को खाना लेने पहुंचे गाजा के लोगों पर फायरिंग कर दी थी। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, इस दौरान 112 फिलिस्तीनी मारे गए थे। 760 लोग घायल हुए थे। सीएनएन की रिपोर्ट की मानें तो इस तरह के हमले में कम से कम 400 लोगों की जानें इजरायली सैनिक ले चुके हैं। उधर, लोगों को मारने के लिए इजरायल, आए दिन एयरस्ट्राइक और बमबारी भी करता रह रहा है।
यूएन की भूखमरी पर रिपोर्ट
गाजापट्टी में स्थितियां बेहद विकट हैं। यूएन की रिपोर्ट के अनुसार, यहां करीब 22 लाख लोग भूखमरी की कगार पर हैं। लोग भूख से तड़प रहे हैं। बूढ़े-बच्चे खाना के बिना दम तोड़ रहे हैं।
दरअसल, 7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर हमला किया था। एक साथ करीब पांच हजार रॉकेट्स और गुरिल्ला सैनिकों को भेजकर कत्लेआम मचाया था। इसके बाद जवाबी हमले में इजरायल लगातार तबाही मचाए हुए है। इजराइल के खिलाफ अपने ऑपरेशन को 'अल-अक्सा फ्लड' नाम दिया। इसके जवाब में इजराइल की सेना ने हमास के खिलाफ 'सोर्ड्स ऑफ आयरन' ऑपरेशन शुरू किया। गाजापट्टी अब पूरी तरह खंडहर और मलबे में तब्दील हो चुका है। मूलभूत आवश्यकताओं के लिए फिलिस्तीनी तड़प रहे हैं। अस्पतालों में बिजली है न दवाईयां। अधिकतर अस्पताल खंडहर में तब्दील हैं। ऑक्सीजन के बिना सैकड़ों जानें अस्पताल में चलीं गई तो कहीं बिजली के अभाव में आईसीयू व आईआईसीयू के पेशेंट्स ने दम तोड़ दिए। दवा, खाना,पानी सबकी किल्लत लोग झेल रहे हैं। यहां 20 हजार से अधिक फिलिस्तीनियों की मौतें हो चुकी हैं।