
Israel-Hamas ceasefire: इजरायल और हमास के बीच सीजफायर के लिए समझौते का ऐलान हो चुका है। सीजफायर से उम्मीद जगी है कि गाज़ा में बंधक बनाए गए इजरायली नागरिक छूट सकेंगे। हालांकि, सीज़फायर समझौते से हर कोई संतुष्ट नहीं है। टिकवा फोरम इस समझौते के विरोध में उतर आया है। वह इजरायली सरकार के निर्णय का खुलकर विरोध कर रहा है क्योंकि इस सीज़फायर समझौते से सभी बंधक नहीं छूट रहे हैं।
दरअसल, इसरायली बंधकों का वेस्ट बैंक में एक छोटा सा ग्रुप है। वेस्ट बैंक में बंधकों के परिवारों के इस छोटे समूह को टिकवा फोरम के नाम से जाना जाता है। वह अपने ग्रुप के माध्यम से दुनिया के विभिन्न मंचों पर बंधकों की रिहाई के लिए आवाज उठाते हैं। हमास और इजरायल के बीच सीज़फायर समझौते के बाद टिकवा फोरम विरोध कर रहा है। फोरम का मानना है कि बंधकों को छुड़ाने का सबसे प्रभावी तरीका हमास पर सैन्य कार्रवाई करना है।
हालांकि, टिकवा फोरम और बंधक परिवार फोरम में वैचारिक मतभेद उभरकर सामने आया है। यह इसलिए क्योंकि टिकवा फोरम अक्सर इज़राइल की दक्षिणपंथी विचारधारा का समर्थन करता है जबकि बंधक परिवार फोरम से अलग राय रखता है। बंधक परिवार फोरम, अधिकतर बंधक परिवारों का प्रतिनिधित्व करता है। यह लंबे समय से संघर्षविराम और बंधकों की रिहाई के लिए समझौते की मांग कर रहा है।
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