
येरूशलम। इजरायल-फिलिस्तीन के बीच युद्ध विराम के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इस्लामिक जिहाद और हमास के खिलाफ हमारा अभियान असाधारण रूप से सफल रहा। हमने इस आॅपरेशन में अपने लक्ष्यों को पा लिया है। 11 दिनों तक की बमबारी में हमने जिहादियों और हमास को सबक सिखाया है।
11 दिनों के संघर्ष के बाद इजरायल-फिलिस्तीन में हुआ युद्ध विराम
इजरायल व फिलिस्तीन के बीच चल रहा खूनी संघर्ष 11 दिन बाद थम गया है। इजरायल ने गाजापट्टी में अपना सैन्य अभियान रोकने की मंजूरी दे दी है। शुक्रवार से यह सीजफायर प्रभावी हो गया। अमेरिका के दबाव में इजरायल ने यह फैसला लिया है। अमेरिका पर मुस्लिम देशों का सीजफायर कराने का काफी दबाव था।
64 बच्चों समेत 227 फिलिस्तीनी मारे जा चुके
इजरायल के हमले में गाजापट्टी में 64 बच्चों समेत 227 लोग मारे जा चुके हैं। जबकि 1620 लोगों के घायल होने का दावा है। मरने वालों में 38 महिलाएं शामिल हैं। इजरायल ने अपने 11 लोगों के मारे जाने की बात कही है। जबकि हमास व इस्लामिक जिहाद के 20 लड़ाकों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। हालांकि, इजरायल के अनुसार 130 हमास व इस्लामिक जिहादी मारे गए। इस युद्ध में 58000 से अधिक फिलिस्तीनी घर छोड़ने को मजबूर हुए हैं।
यह था झगड़े की वजह
3 अप्रैल को इजरायली पुलिस येरूशलम की पवित्र अल अक्सा मस्जिद में घुसी थी। बताया जा रहा है कि यहां पुलिस ने घुसकर मारपीट की थी। रमजान के पहले दिन हुई इस वारदात के बाद मामला गरमा गया। इसी दिन इजरायल का मेमोरियल डे भी था। इस घटना के अगले दिन हमास ने गाजा से इजरायल पर राॅकेट दागे थे। इजरायल ने हमास को जवाब देते हुए खूब राॅकेट व मिसाइल दागे, जिसमें गाजापट्टी को भारी नुकसान उठाना पड़ा। बता दें कि इजरायल व कुछ अन्य देश हमास को आतंकवादी संगठन मानते हैं।
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