
नई दिल्ली। भारत और इटली के रिश्ते इन दिनों लगातार मजबूत हो रहे हैं, और इसे और आगे बढ़ाने के लिए इटली के डिप्टी प्राइम मिनिस्टर और विदेश मंत्री एंटोनियो ताजानी एक बार फिर भारत पहुंचे। इस साल यह उनका दूसरा भारत दौरा है, जो साफ दिखाता है कि दोनों देशों के बीच स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप अब एक नए मोड़ पर पहुंच रही है। ताजानी बुधवार, 10 दिसंबर 2025 की सुबह इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट, नई दिल्ली पहुंचे, जहां एक्सटर्नल अफेयर्स मिनिस्टर (MEA) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने खुद उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। रणधीर जायसवाल ने X पर लिखा कि यह दौरा भारत-इटली के रिश्तों को और मजबूती देगा।
तजानी ने अप्रैल 2025 में ही भारत का दौरा किया था, जहां उन्होंने प्रेसिडेंट द्रौपदी मुर्मू और विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की थी। उस समय उन्होंने स्पष्ट कहा था कि इटली भारत के साथ AI, सुपरकंप्यूटिंग, स्पेस टेक्नोलॉजी और डिफेंस जैसे हाई-टेक सेक्टर में लंबे समय की साझेदारी करना चाहता है। इन सेक्टरों को देखते हुए विशेषज्ञ मानते हैं कि तजानी के इस नए दौरे में कई महत्वपूर्ण निर्णयों पर मुहर लग सकती है। खासकर डिफेंस और टेक्नोलॉजी वाले सेक्टर में जहां भारत तेजी से ग्लोबल प्लेयर्स को जोड़ रहा है।
तजानी की बुधवार शाम हैदराबाद हाउस में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर के साथ मीटिंग होगी। इस मीटिंग को “क्रूशियल” माना जा रहा है क्योंकि दोनों देशों के बीच ट्रेड तेजी से बढ़ रहा है। भारत इटली के साथ हाई-टेक और डिफेंस क्षेत्रों में बड़े प्रोजेक्ट्स शुरू करना चाहता है। यूरोप की राजनीति में भी इटली की भूमिका मजबूत हो रही है। ऐसे में तजानी का भारत में आना सिर्फ औपचारिक मुलाकात नहीं हो सकता। इसमें निश्चित रूप से निवेश, जॉइंट प्रोजेक्ट्स और ग्लोबल मुद्दों पर सामंजस्य जैसी बातचीत शामिल होने की संभावना है।
ताजानी का यह दौरा सिर्फ एक औपचारिक विज़िट नहीं है। यह कई मायनों में रणनीतिक है। भारत और इटली इस समय कई अहम क्षेत्रों में साथ मिलकर आगे बढ़ना चाहते हैं, जैसे:
ताजानी के एजेंडा में सबसे ज्यादा फोकस डिफेंस पार्टनरशिप और बिजनेस-इन्वेस्टमेंट रिलेशन पर रहने वाला है। भारत यूरोप में एक मजबूत पार्टनर की तलाश में है, और इटली इस गैप को भरने की दिशा में खासा सक्रिय है।
नीचे ताजानी का पूरा आधिकारिक शेड्यूल दिया गया है:
इस मुलाकात में राजनीतिक, आर्थिक, रक्षा और तकनीकी सहयोग पर लंबी चर्चा होने की उम्मीद है।
11 दिसंबर 2025- गुरुवार (मुंबई)। ताजानी एक दिन के बिजनेस-फोकस्ड प्रोग्राम के लिए मुंबई जाएंगे, जहां:
यहां इटली-इंडिया इंडस्ट्री सहयोग से जुड़ी कई डील्स पर भी बातचीत संभव है। कई एक्सपर्ट का मानना है कि इटली भारत में ऑटोमोबाइल, टेक्नोलॉजी, AI और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में भारी निवेश की तैयारी कर सकता है।
गुरुवार को तजानी मुंबई जाएंगे, जहां उनका कार्यक्रम पूरी तरह इंडियन इंडस्ट्री से जुड़ा है।
इसमें शामिल हो सकते हैं:
मुंबई मीटिंग्स से ये संकेत मिल रहे हैं कि इटली भारतीय बाजार में बड़ा निवेश करने की तैयारी में है-खासतौर पर AI, रोबोटिक्स, स्पेस और डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग में।
तजानी सिर्फ 48 घंटों के लिए भारत में हैं लेकिन इस छोटे समय में उनका शेड्यूल बेहद कॉम्पैक्ट और स्ट्रेटेजिक है।
इतना जल्दी-जल्दी सब शेड्यूल किया जाना संकेत देता है कि यह दौरा समय-संवेदनशील और परिणाम-केंद्रित है।
पिछले दौरे में तजानी ने संकेत दिया था कि इटली भारत के साथ AI और डिफेंस पर “दीर्घकालिक और गहन सहयोग” चाहता है। यह बात खास इसलिए है क्योंकि दोनों देश पहले ही नेवी और साइबर सुरक्षा पर सहमति जता चुके हैं।
कई विश्लेषक मानते हैं, हां।
सभी संकेत यही दिखा रहे हैं कि तजानी का यह विज़िट सिर्फ चलन का हिस्सा नहीं है, बल्कि आने वाले वर्षों के लिए एक बड़ा रोडमैप तैयार करने जैसा है। भारत और इटली दोनों टेक्नोलॉजी, रणनीति और इंडस्ट्री के संयुक्त भविष्य की ओर कदम बढ़ा रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।