इटली के डिप्टी PM एंटोनियो ताजानी पहुंचे भारत: क्या है इस हाई-प्रोफाइल दौरे का असली एजेंडा?

Published : Dec 10, 2025, 10:28 AM IST
 italy deputy pm antonio tajani india visit schedule 2025

सार

Breaking Update: इटली के डिप्टी प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री एंटोनियो तजानी के अचानक भारत आने से स्ट्रेटेजिक हलचल तेज। पर असली सवाल यह—AI, डिफेंस और स्पेस टेक में कौन सा बड़ा समझौता पर्दे के पीछे तैयार हो रहा है?

नई दिल्ली। भारत और इटली के रिश्ते इन दिनों लगातार मजबूत हो रहे हैं, और इसे और आगे बढ़ाने के लिए इटली के डिप्टी प्राइम मिनिस्टर और विदेश मंत्री एंटोनियो ताजानी एक बार फिर भारत पहुंचे। इस साल यह उनका दूसरा भारत दौरा है, जो साफ दिखाता है कि दोनों देशों के बीच स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप अब एक नए मोड़ पर पहुंच रही है। ताजानी बुधवार, 10 दिसंबर 2025 की सुबह इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट, नई दिल्ली पहुंचे, जहां एक्सटर्नल अफेयर्स मिनिस्टर (MEA) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने खुद उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। रणधीर जायसवाल ने X पर लिखा कि यह दौरा भारत-इटली के रिश्तों को और मजबूती देगा।

 

 

भारत अचानक तजानी को दोबारा क्यों बुला रहा है? असली वजह क्या है?

तजानी ने अप्रैल 2025 में ही भारत का दौरा किया था, जहां उन्होंने प्रेसिडेंट द्रौपदी मुर्मू और विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की थी। उस समय उन्होंने स्पष्ट कहा था कि इटली भारत के साथ AI, सुपरकंप्यूटिंग, स्पेस टेक्नोलॉजी और डिफेंस जैसे हाई-टेक सेक्टर में लंबे समय की साझेदारी करना चाहता है। इन सेक्टरों को देखते हुए विशेषज्ञ मानते हैं कि तजानी के इस नए दौरे में कई महत्वपूर्ण निर्णयों पर मुहर लग सकती है। खासकर डिफेंस और टेक्नोलॉजी वाले सेक्टर में जहां भारत तेजी से ग्लोबल प्लेयर्स को जोड़ रहा है।

दिल्ली मीटिंग्स: आखिर क्या बात हुई होगी?

तजानी की बुधवार शाम हैदराबाद हाउस में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर के साथ मीटिंग होगी। इस मीटिंग को “क्रूशियल” माना जा रहा है क्योंकि दोनों देशों के बीच ट्रेड तेजी से बढ़ रहा है। भारत इटली के साथ हाई-टेक और डिफेंस क्षेत्रों में बड़े प्रोजेक्ट्स शुरू करना चाहता है। यूरोप की राजनीति में भी इटली की भूमिका मजबूत हो रही है। ऐसे में तजानी का भारत में आना सिर्फ औपचारिक मुलाकात नहीं हो सकता। इसमें निश्चित रूप से निवेश, जॉइंट प्रोजेक्ट्स और ग्लोबल मुद्दों पर सामंजस्य जैसी बातचीत शामिल होने की संभावना है।

इस दौरे का एजेंडा क्या है? क्या भारत-इटली के रिश्तों में बड़ा बदलाव आने वाला है?

ताजानी का यह दौरा सिर्फ एक औपचारिक विज़िट नहीं है। यह कई मायनों में रणनीतिक है। भारत और इटली इस समय कई अहम क्षेत्रों में साथ मिलकर आगे बढ़ना चाहते हैं, जैसे:

  • रक्षा सहयोग
  • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI)
  • सुपरकंप्यूटिंग
  • स्पेस टेक्नोलॉजी
  • इन्वेस्टमेंट और ट्रेड
  • नई टेक्नोलॉजी में जॉइंट पार्टनरशिप

ताजानी के एजेंडा में सबसे ज्यादा फोकस डिफेंस पार्टनरशिप और बिजनेस-इन्वेस्टमेंट रिलेशन पर रहने वाला है। भारत यूरोप में एक मजबूत पार्टनर की तलाश में है, और इटली इस गैप को भरने की दिशा में खासा सक्रिय है।

 

 

ताजानी का पूरा शेड्यूल: आखिर किन नेताओं और उद्योग से जुड़े लोगों से मुलाकात करेंगे?

नीचे ताजानी का पूरा आधिकारिक शेड्यूल दिया गया है:

  • 10 दिसंबर 2025- बुधवार (दिल्ली)
  • सुबह 2:00 बजे: IGI एयरपोर्ट पर आगमन
  • स्थान: इंटरनेशनल सेरेमोनियल लाउंज, T3
  • शाम 6:00 बजे: विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से मुलाकात
  • स्थान: हैदराबाद हाउस

इस मुलाकात में राजनीतिक, आर्थिक, रक्षा और तकनीकी सहयोग पर लंबी चर्चा होने की उम्मीद है।

मुंबई का एक दिन का दौरा-क्या यहां बड़ी इन्वेस्टमेंट डील होने वाली है?

11 दिसंबर 2025- गुरुवार (मुंबई)। ताजानी एक दिन के बिजनेस-फोकस्ड प्रोग्राम के लिए मुंबई जाएंगे, जहां:

  • इंडस्ट्री लीडर्स
  • वित्तीय संस्थानों
  • बड़ी कंपनियों के प्रतिनिधियों
  • से मुलाकात करेंगे।

यहां इटली-इंडिया इंडस्ट्री सहयोग से जुड़ी कई डील्स पर भी बातचीत संभव है। कई एक्सपर्ट का मानना है कि इटली भारत में ऑटोमोबाइल, टेक्नोलॉजी, AI और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में भारी निवेश की तैयारी कर सकता है।

मुंबई दौरा: बिज़नेस और फाइनेंशियल सेक्टर में क्या बदलने वाला है?

गुरुवार को तजानी मुंबई जाएंगे, जहां उनका कार्यक्रम पूरी तरह इंडियन इंडस्ट्री से जुड़ा है।

इसमें शामिल हो सकते हैं:

  • बड़े बिज़नेस लीडर्स के साथ उद्योग-व्यापार वार्ता
  • टेक्नोलॉजी और इनोवेशन पर हाई-वैल्यू डायलॉग
  • भारत में इटैलियन इन्वेस्टमेंट बढ़ाने का रोडमैप

मुंबई मीटिंग्स से ये संकेत मिल रहे हैं कि इटली भारतीय बाजार में बड़ा निवेश करने की तैयारी में है-खासतौर पर AI, रोबोटिक्स, स्पेस और डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग में।

48 घंटे का दौरा, लेकिन एजेंडा इतना भारी क्यों?

तजानी सिर्फ 48 घंटों के लिए भारत में हैं लेकिन इस छोटे समय में उनका शेड्यूल बेहद कॉम्पैक्ट और स्ट्रेटेजिक है।

  • दिल्ली में कूटनीतिक चर्चा
  • मुंबई में बिज़नेस मीटिंग्स
  • हाई-लेवल फोटो सेशन
  • और तुरंत वापसी

इतना जल्दी-जल्दी सब शेड्यूल किया जाना संकेत देता है कि यह दौरा समय-संवेदनशील और परिणाम-केंद्रित है।

क्या AI और डिफेंस पर कोई बड़ा समझौता होने वाला है?

पिछले दौरे में तजानी ने संकेत दिया था कि इटली भारत के साथ AI और डिफेंस पर “दीर्घकालिक और गहन सहयोग” चाहता है। यह बात खास इसलिए है क्योंकि दोनों देश पहले ही नेवी और साइबर सुरक्षा पर सहमति जता चुके हैं।

क्या यह दौरा उस समझौते को अंतिम रूप देने की दिशा में उठाया गया कदम है?

कई विश्लेषक मानते हैं, हां।

क्या यह दौरा भारत-इटली रिश्तों में नए अध्याय की शुरुआत है?

सभी संकेत यही दिखा रहे हैं कि तजानी का यह विज़िट सिर्फ चलन का हिस्सा नहीं है, बल्कि आने वाले वर्षों के लिए एक बड़ा रोडमैप तैयार करने जैसा है। भारत और इटली दोनों टेक्नोलॉजी, रणनीति और इंडस्ट्री के संयुक्त भविष्य की ओर कदम बढ़ा रहे हैं।

 

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