नीदरलैंड के बाद इटली ने भी AstraZeneca वैक्सीन के इस्तेमाल पर रोक लगाई, कंपनी ने कहा- हमारा टीका सुरक्षित

Published : Mar 15, 2021, 10:21 PM IST
नीदरलैंड के बाद इटली ने भी AstraZeneca वैक्सीन के इस्तेमाल पर रोक लगाई, कंपनी ने कहा- हमारा टीका सुरक्षित

सार

नीदरलैंड समेत अन्य देशों के बाद अब इटली ने ब्रिटिश स्वीडिश की कंपनी  AstraZeneca की कोरोना वैक्सीन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। इटली ने यह कदम कोरोना वैक्सीन के इस्तेमाल के चलते यूरोप में ब्लड के थक्के जमने के कथित मामले सामने आने के बाद उठाया। 

रोम. नीदरलैंड समेत अन्य देशों के बाद अब इटली ने ब्रिटिश स्वीडिश की कंपनी  AstraZeneca की कोरोना वैक्सीन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। इटली ने यह कदम कोरोना वैक्सीन के इस्तेमाल के चलते यूरोप में ब्लड के थक्के जमने के कथित मामले सामने आने के बाद उठाया। 
 
इटली से पहले जर्मनी ने भी AstraZeneca की कोरोना वैक्सीन के इस्तेमाल पर रोक का ऐलान किया है। इटली की मेडिसिन अथॉरिटी ने कहा कि यह फैसला एहतियाती और अस्थाई  उपाय के तौर पर लिया गया है। 
 
क्या है मामला ? 
ऑक्सफोर्ड-एस्ट्रोजेनेका की वैक्सीन को लेकर कुछ चिंताएं सामने आई हैं। बताया जा रहा है कि वैक्सीन लगने के बाद ब्लड में थक्का जमने के मामले सामने आए हैं। इन मामलों के सामने आने के बाद आयरलैंड, बुल्गारिया, डेनमार्क, नार्वे और आयसलैंड ने वैक्सीन के इस्तेमाल पर रोक लगाई थी। 

AstraZeneca ने कहा- टीका सुरक्षित
एस्ट्रोजेनेका की ओर से कहा गया है कि यूरोपीय संघ और ब्रिटेन में करीब 1.7 करोड़ लोगों को हमारा टीका लगाया गया है और इस समूह में रक्त थक्काकरण के मामले कुछ सौ से कम हैं जिसकी आम लोगों में आशंका रहेगी। कंपनी ने कहा कि सुरक्षा सर्वोपरि है और वह अपने टीके की सुरक्षा की निरंतर निगरानी कर रही है।
 

PREV

अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Recommended Stories

बिना डरे बाड़ फांदकर भारत में कुछ यूं घुसते हैं बांग्लादेशी, यकीन ना हो तो देख लो ये वीडियो!
12 टुकड़ों में बटने जा रहा पाकिस्तान, जानें Shehbaz Sharif सरकार के प्लान की असली कहानी