यूक्रेन पर रूसी हमले के खिलाफ पश्चिमी देशों के समर्थन में जापान, रूसी बैंकों के SWIFT पेमेंट सिस्टम पर बैन

यूक्रेन पर हमला करने पर रूस पर तीसरा प्रतिबंध लगा दिया गया। शनिवार को जर्मनी और उसके पश्चिमी सहयोगी देशों ने रूस को ग्लोबल पेमेंट सिस्टम SWIFT से बाहर कर दिया था। 

Asianet News Hindi | Published : Feb 27, 2022 6:38 PM IST / Updated: Feb 28 2022, 01:24 AM IST

मास्को। जापान (Japan) भी रूसी बैंक्स के स्विफ्ट अंतरराष्ट्रीय भुगतान प्रणाली को बैन करने का ऐलान किया है। जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने कहा कि वह रूसी बैंक्स के स्विफ्ट अंतरराष्ट्रीय पेमेंट सिस्टम (SWIFT international payment system) के एक्सेस को ब्लॉक कर रहा है। जापान अपने इस ऐलान के साथ जर्मनी, यूएसए और अन्य पश्चिमी देशों की कतार में शामिल हो गया है जिन्होंने रूस पर प्रतिबंध लगाए हैं। 

रूस पर है यह तीसरा प्रतिबंध

यूक्रेन पर हमला करने पर रूस पर तीसरा प्रतिबंध लगा दिया गया था। शनिवार को जर्मनी और उसके पश्चिमी सहयोगी देशों ने रूस को ग्लोबल पेमेंट सिस्टम SWIFT से बाहर कर दिया था। जर्मन सरकार के प्रवक्ता ने बताया था कि यूक्रेन पर रूस के आक्रमण को रोकने के दबाव के लिए तीसरा प्रतिबंध है। 

रूस के केंद्रीय बैंक की क्षमता को भी सीमित किया

संयुक्त राज्य अमेरिका, फ्रांस, कनाडा, इटली, ग्रेट ब्रिटेन और यूरोपीय आयोग के साथ सहमत प्रतिबंधों में रूबल का समर्थन करने के लिए रूस के केंद्रीय बैंक की क्षमता को सीमित करना भी शामिल है।

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रूसी धनाड्यों का गोल्डेन पासपोर्ट होगा समाप्त

इन प्रतिबंधों से धनी रूसियों और उनके परिवारों के लिए गोल्डन पासपोर्ट को भी समाप्त कर देगा। साथ ही प्रतिबंध उनको लक्षित कर सकेगा जो यूक्रेन के खिलाफ युद्ध का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा कि अगर रूस यूक्रेन पर और इस तरह यूरोपीय शांति व्यवस्था पर अपने हमले को समाप्त नहीं करता है, तो देशों ने और कदम उठाने की इच्छा पर जोर दिया।

रूस ने गुरुवार को यूक्रेन पर शुरू किया था हमला

रूस ने गुरुवार को यूक्रेन पर हमला शुरू किया था। रूस और यूक्रेन के बीच लड़ाई का मुख्य कारण यूक्रेन का अमेरिकी नेतृत्व वाले सैन्य संगठन नाटो का सदस्य बनने की कोशिश है। यूक्रेन का नाटो और यूरोपिय यूनियन से करीबी संबंध है। रूस ने अमेरिका से इस बात की गारंटी की मांग की थी कि यूक्रेन को नाटो का सदस्य नहीं बनाया जाएगा, लेकिन अमेरिका ने इससे इनकार कर दिया। रूस यूक्रेन के नाटो सदस्य बनने को अपनी सुरक्षा के लिए संकट के रूप में देखता है।

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