
लंदन: ब्रिटेन में किंग चार्ल्स का शनिवार को राज्याभिषेक होने जा रहा है। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद ही चार्ल्स को सम्राट का दर्जा मिल गया था। हालांकि, अब उन्हें ताज पहनाने की शाही परंपरा पूरी की जाएगी। करीब सौ देशों के राष्ट्राध्यक्ष और राजपरिवार इस एक हजार साल पुरानी पंरपरा के गवाह बनेंगे। उल्लेखनीय है कि राज्याभिषेक के अनुष्ठान में बौद्ध, हिंदू, यहूदी, मुस्लिम और सिख धर्मगुरु भी शामिल होंगे।
बता दें कि 70 साल में यह पहला मौका है, जब यूके में किसी ताजपोशी होगी। इससे पहले 2 जून 1953 महारानी एलिजाबेथ का राज्याभिषेक के दौरान यह परंपरा निभाई गई थी। ताजपोशी के बाद किंग चालर्स III सम्राट चर्च ऑफ इंग्लैंड के मुखिया बन जाएंगे और उन्हें विशेष अधिकार हासिल मिल जाएंगे।
700 साल पुरानी कुर्सी पर बैठेंगे
गौरतलब है कि समारोह के दौरान किंग चार्ल्स शाही चर्च वेस्टमिंस्टर एबे में 700 साल पुरानी कुर्सी के बगल में खड़े होंगे और फिर उस पर बैठेंगे। वहीं, केंटरबरी के आर्कबिशप 'ईश्वर सम्राट की रक्षा करें' का उद्घोष करेंगे। इसके बाद चार्ल्स कानून और चर्च ऑफ इंग्लैंड को कायम रखने की शपथ लेंगे। उसके बाद वह राजतिलक कुर्सी पर बैठेंगे। आर्कबिशप उनके हाथों और सिर पर पवित्र तेल से अभिषेक करेंगे। ये पवित्र तेल जिस ऐतिहासिक चम्मच से छिड़का जाएगा वह 12वीं सदी की है
ताजपोशी के बाद संभालेंगे सिंहासन
इस दौरान सम्राट को धार्मिक और नैतिक अधिकारों का प्रतीक एक शाही गोला व राजदंड प्रदान किया जाएगा। अंत में उनके सिर पर सेंट एडवर्ड का ताज रखा जाएगा। इसके बाद सम्राट ताजपोशी की कुर्सी से उठकर सिंहासन पर बैठेंगे।
बकिंघम पैलेस ने जारी की कार्यक्रम की डिटेल
इस बीच बकिंघम पैलेस (Buckingham Palace) ने तीन दिवसीय उत्सव की डिटेल में जानकारी दी है। इसमें विंडसर कैसल ( Windsor Castle) में एक स्टार-स्टडेड कॉन्सर्ट, स्ट्रीट पार्टियों की एक राष्ट्रव्यापी सीरीज और एक राष्ट्रीय स्वयंसेवी अभियान शामिल हैं। बकिंघम पैलेस ने कहा है कि उसे 6 से 8 मई 2023 के बीच होने वाले कोरोनेशन वीकेंड(Coronation Weekend) के औपचारिक, उत्सव और कम्युनिटी इवेंट्स के बारे में घोषणा करते हुए खुशी हो रही है।
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