4 महीने तक जवाहिरी की लोकेशन को किया ट्रेस, फिर सुबह-सुबह बालकनी पर टहल रहे आतंकी को ऐसे किया ढेर

आतंकी संगठन अल कायदा का लीडर अयमान अल-जवाहिरी अमेरिकी ड्रोन हमले में मारा गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने खुद इस बात का खुलासा किया है। आखिर कहां छुपा था जवाहिरी और उसे खत्म करने के लिए अमेरिका ने कैसे की पूरी प्लानिंग, कैसे चला ऑपरेशन? जानिए सबकुछ। 

Asianet News Hindi | Published : Aug 2, 2022 6:21 AM IST / Updated: Aug 02 2022, 01:38 PM IST

Operation Al-Zawahiri: खूंखार आतंकी संगठन अल कायदा का लीडर अयमान अल-जवाहिरी अमेरिकी ड्रोन स्ट्राइक में मारा गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने खुद बताया है कि अल कायदा का चीफ अल जवाहिरी ड्रोन हमले में ढेर कर दिया गया है। बता दें कि अल जवाहिरी अफगानिस्तान के काबुल में छिपा था, जहां अमेरिकी एजेंसी सीआईए ने एयर स्ट्राइक कर उसे मार गिराया। अल जवाहिरी पर 25 मिलियन डॉलर करीब 2 अरब रुपए का इनाम था। बता दें कि जवाहिरी को अमेरिका पर 26/11 हमले के साजिशकर्ताओं में से एक माना जाता है। आखिर कहां छिपा था जवाहिरी और उसे किस तरह ऑपरेशन चलाकर मारा गया, आइए जानते हैं। 

आखिर कहां छिपा था अलकायदा चीफ?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अल जवाहिरी काबुल में एक घर में छुपा हुआ था। वहां की तालिबान सरकार को अल जवाहिरी के छुपे होने की जानकारी भी थी। कहा जा रहा है कि जिस घर में जवाहिरी छिपा था, वो तालिबान के नेता सिराजुद्दीन हक्कानी के किसी करीबी का था। इतना ही नहीं, जिस घर में जवाहिरी छिपा था, वह अमेरिकी दूतावास के काफी करीब था, जिसे अमेरिका ने पिछले अगस्त, 2021 में खाली कर दिया था। 

ऐसे हुई अल-जवाहिरी की मौत की प्लानिंग? 
जवाहिरी का खात्मा करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनके सलाहकारों ने कई महीनों तक सीक्रेट प्लानिंग की। इसके लिए सबसे पहले अमेरिकी खुफिया विभाग ने उस घर का एक मॉडल तैयार किया, जहां जवाहिरी छुपा था। इसके बाद शनिवार को स्ट्राइक करने का फैसला किया गया। हालांकि, इस दौरान बाइडेन ने साफ कहा था कि इस ऑपरेशन में किसी भी बेकसूर की जान नहीं जानी चाहिए, भले ही वो जवाहिरी की फैमिली का ही क्यों ना हो। 

4 महीने पहले मिली थी जवाहिरी की सीक्रेट लोकेशन : 
बता दें कि जवाहिरी के काबुल में छुपे होने की सीक्रेट लोकेशन का पता अप्रैल में चल गया था। इसके बाद अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने उसकी पत्नी, बेटी और परिवार की पहचान भी कर ली थी। हालांकि, जवाहिरी के घर में मौजूद आतंकवादी 'ट्रेडक्राफ्ट' का इस्तेमाल करते थे। ये वो तकनीक है, जिससे जवाहिरी की लोकेशन आसानी से ट्रेस नहीं की जा सकती थी। 

ऐसे चला जवाहिरी को खत्म करने का ऑपरेशन : 
- इसके बाद अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए ने ये पता करना शुरू किया कि वह कब बालकनी पर आता है, कब छत पर घूमता है। हालांकि, वो घर से बाहर नहीं निकलता था। 
- इसके बाद, अमेरिकी खुफिया एजेंसी और आर्मी के स्पेशल कमांडोज ने एक ऐसा खुफिया ऑपरेशन प्लान किया, जिसमें उसके घर को नुकसान पहुंचाए बिना जवाहिरी को मारा जा सके। 
- हालांकि, जवाहिरी जिस घर में रहता था, वो शहर के बीचोबीच था। ऐसे में अमेरिका के सामने ये चुनौती भी थी कि किसी और को नुकसान न हो। साथ ही प्लान भी लीक न हो। 
- इसके बाद 1 जुलाई को व्हाइट हाउस में जो बाइडेन के साथ एक मीटिंग हुई। इसमें सीआईए के डायरेक्टर बिल बर्न्स, एनआईए के डायरेक्टर एवरिल हैन्स और एनएसए जेक सुलिवन और होमलैंड सिक्योरिटी एडवाइजर लिज शेरवुड रान्डेल भी थे। 
- मीटिंग में जवाहिरी के घर के मॉडल को दिखाया गया। इसके बाद ये तय किया गया कि शनिवार यानी 30 जुलाई को हमला किया जाएगा। बाद में ड्रोन से Hellfire मिसाइल दागी गईं। इन मिसाइलों से काबुल में जवाहिरी के घर की बालकनी पर निशाना साधा गया। इस ड्रोन हमले में बालकनी पर आया जवाहिरी मारा गया है। 

ये भी देखें : 

'हिजाब कंट्रोवर्सी' में कूदने के चक्कर में मारा गया जवाहिरी, इमाम के पोते और Al-Qaida लीडर से जुड़े 15 फैक्ट्स

अलकायदा के 'हिजाब गर्ल' की तारीफ के बाद आंदोलन के पीछे आतंकवादी संगठन के हाथ होने का शक गहराया

Share this article
click me!