श्रीलंका में आर्थिक संकट से जूझ रहे लोगों के सब्र का बांध जवाब दे गया है, जिसकी वजह से वहां के हालात खराब हो गए। ताजा घटनाक्रम के तहत प्रधानमंत्री हालात से निबटने के लिए इमरजेंसी बैठक की है।
नई दिल्ली. श्रीलंका के आर्थिक हालात काफी खराब हो गए हैं। शनिवार को राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे राष्ट्रपति भवन छोड़कर भाग गए। वहीं प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया। यह तस्वीरें अमेरिका की याद दिला रही हैं जब डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने व्हाइट हाउस पर कब्जा करने की कोशिश की थी। शनिवार को भी श्रीलंका के हालात कुछ ऐसे ही दिखाई दिए। 10 प्वाइंट में समझें ऐसा श्रीलंका में क्यों हुआ...
1. श्रीलंका में दिन भर चले राजनीतिक घटनाक्रम के बाद प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे की घोषणा करते हुए रानिल विक्रमसिंघे ने कहा कि वे देश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने और सर्वदलीय सरकार के लिए रास्ता बनाने को तैयार हैं।
2. हजारों प्रदर्शकारियों ने राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया। वहीं राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के बारे में कहा जा रहा है कि वे नौसेना के जहाज से फरार हो गए हैं। दिन भर श्रीलंका की राजधानी कोलंबो की सड़कों पर हिंसक प्रदर्शन होते रहे।
3. श्रीलंका की एसएलपीपी पार्टी के 16 सांसदों ने राष्ट्रपति से इस्तीफा देने की गुजारिश की है ताकि किसी मजबूत नेता को देश के सर्वोच्च पद पर बैठाया जा सके। सांसदों का कहना है कि ऐसे नेता को कमान दी जानी चाहिए, जिस पर भ्रष्टाचार के आरोप न लगे हों।
4. श्रीलंका के प्रमुख वकीलों ने प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, कैबिनेट और सांसदो से आग्रह किया है कि राजनीतिक स्थिरता के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं। ताकि लोगों का और नुकसान न होने पाए। बार एसोसिएशन आफ श्रीलंका ने कहा कि जनता से भी अपील की जा रही है कि वे सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान न पहुंचाएं।
5. शनिवार को पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच हुई हिंसक झड़प में 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। वहीं करीब 40 लोगों हास्पिटल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के अनुसार लोगों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े हैं।
6. श्रीलंका के पीएम रानिल विक्रमसिंघे के इस्तीफे के बाद नई सरकार बन सकती है। स्पीकर के घर हुई बैठक के बाद एक सांसद ने ट्वीट किया कि 30 दिनों के लिए कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त हो सकते हैं। उसके साथ ही सर्वदलीय अंतरिम सरकार बने और जल्द चुनाव कराए जाएं।
7. श्रीलंका में आर्थिक संकट के साथ ही राजनैतिक संकट भी बढ़ गया है जिसकी वजह से 15 जुलाई तक सबी स्कूल, कालेज और यूनिवर्सिटी को बंद कर दिया गया है। वहीं कोलंबो में अनिश्चिकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया है। श्रीलंका में सेना को भी अलर्ट पर रखा गया है।
8. श्रीलंका में ऐसे हालात क्यों पैदा हुए इसके कारणों की पड़ताल करेंगे तो महंगाई ने श्रीलंका की हालत पतली कर दी है। देशभर में राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन होते आ रहे हैं। 1948 में ब्रिटेन से आजाद हुआ श्रीलंका इतिहास की सबसे खराब आर्थिक स्थिति से गुजर रहा है।
9. श्रीलंका के क्रिकेटर सनथ जयसूर्या सहित कईयों ने विरोध प्रदर्शन का समर्थन किया है। उन्होंने राष्ट्रपति को असफल नेता कहा है। जयसूर्या ने ट्वीट किया कि मैंने अपने पूरे जीवन में देश में ऐसी स्थिति नहीं देखी जब सभी लोग असफल नेता को बाहर फेंकने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहे हैं। आपकी दीवार पर साफ-साफ लिखा है कि शांति से चले जाएं।
10. श्रीलंका की विपक्षी पार्टियों का कहना है कि सभी पदाधिकारी तुरंत इस्तीफा दें और नई सरकार का रास्ता बनाया जाए। वहीं आम जनता किसी की भी सुनने को तैयार नहीं है। कुछ रणनीतिकार मानकर चल रहे हैं कि श्रीलंका में सेना को मोर्चा संभालना ही पड़ेगा।
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