यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की(Volodymyr Zelenskyy) ने चेतावनी दी है कि आने वाला हफ्ता युद्ध में बेहद महत्वपूर्ण होगा। यानी रूस बड़े पैमाने पर हमला करेगा। इ बीच वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट के अनुसार युद्ध की वजह से दोनों देशों की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ा है। रूस और यूक्रेन के बीच छिड़े युद्ध (Russia Ukraine War) का 11 अप्रैल को 47वां दिन है।
वर्ल्ड न्यूज डेस्क. रूस और यूक्रेन के बीच छिड़े युद्ध (Russia Ukraine War) का 11 अप्रैल को 47वां दिन है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की(Volodymyr Zelenskyy) ने चेतावनी दी है कि आने वाला हफ्ता युद्ध में बेहद महत्वपूर्ण होगा। रविवार को अपने भाषण में बोलते हुए वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा-रूस और भी अधिक भयभीत होगा। वो हारने से डरता है। उसे डर है कि सच्चाई को स्वीकार करना होगा। रूसी सैनिक हमारे राज्य के पूर्व में और भी बड़े अभियानों के लिए आगे बढ़ेंगे। वे हमारे खिलाफ और भी अधिक मिसाइलों का उपयोग कर सकते हैं और भी अधिक हवाई बम फेंक सकते हैं। हम भी तैयार हैं। वहीं, संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के मुताबिक, युद्ध शुरू के बाद से अब तब 45 लाख लोग यूक्रेन छोड़कर जा चुके हैं। इनमें से 25 लाख से ज्यादा पड़ोसी देश पोलैंड में शरण ले चुके हैं। बाकी लोग रोमानिया, हंगरी और मोल्दोवा पहुंचे हैं।
डोनेट्स्क ओब्लास्ट में 227 आम नागरिक मारे गए
रूसी हमलों में मारियुपोल और वोल्नोवाखा को छोड़कर डोनेट्स्क ओब्लास्ट में कम से कम 227 नागरिक मारे गए हैं। डोनेट्स्क क्षेत्रीय सैन्य प्रशासन के प्रमुख पावलो किरिलेंको(Pavlo Kyrylenko) ने 10 अप्रैल को एक टेलीग्राम पोस्ट में कहा कि रूसी सेना के हमलों के कारण डोनेट्स्क में 748 नागरिकों के घायल होने की सूचना है।
रूसी सेना जल्द कीव और अन्य यूक्रेनी शहरों पर कर लेगी कब्जा
चेचन नेता रमजान कादिरोव(Chechen leader Ramzan Kadyrov) ने 11 अप्रैल को एक टेलीग्राम पोस्ट में कहा कि मारियुपोल के साथ-साथ लुहान्स्क और डोनेट्स्क ओब्लास्ट में अन्य शहरों और गांवों पर जल्द एक रूसी हमला किया जाएगा। इसके बाद रूसी सेना कीव और यू्क्रेन के अन्य शहरों पर कब्जा कर लेगी।
युद्ध अपराध के सबूत
यूके की खुफिया सूत्रों के अनुसार, रूसी युद्ध अपराधों और यौन हिंसा के और सबूत मिले हैं। ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने 10 अप्रैल को एक अपडेट में कहा कि उत्तरी यूक्रेन से रूसी सेना की वापसी के बाद कीव के पास एक गांव बुर्जोवा के पास मारे गए यूक्रेनी नागरिकों की एक अस्थायी कब्र(makeshift grave) मिली है।
अमेरिका के प्रमुख मीडिया हाउस न्यूयॉर्क टाइम्स(New York Times) ने अमेरिकी विश्लेषकों के हवाले से कहा है कि रूस संभवतः इज़ियम और डीनिप्रो( Izium and Dnipro) के बीच आक्रामक करेगा। अमेरिकी विश्लेषकों की आशंका जताई है कि रूसी सेना इज़ियम से केंद्रीय शहर निप्रो तक एक बड़ा हमला करेगी, जो डोनबास क्षेत्र में एक रणनीतिक लक्ष्य है। एक अमेरिकी सैन्य अधिकारी ने अपना नाम न छापने की शर्त पर 10 अप्रैल को कहा कि यह आकलन तब सामने आया, जब उपग्रह छवियों( satellite images ) ने सैकड़ों सैन्य वाहनों को आगे बढ़ते हुए दिखाया है। इज़ियम शहर निप्रो से लगभग 230 किमी पूर्व में स्थित है। रूसी सेनाओं को पश्चिमी-क्षेत्र पर अपनी पकड़ बनाने इज़ियम पर कब्जा करने की जरूरत है।
यूक्रेन-रूस की अर्थव्यवस्था बर्बादी की ओर
वर्ल्ड बैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार, कहा जा रहा है कि 2022 में यूक्रेन की अर्थव्यवस्था आधी रह जाएगी। यूक्रेन की अर्थव्यवस्था इस साल 45% से अधिक नुकसान में है, क्योंकि रूस के पूर्ण पैमाने पर आक्रमण और गहरे मानवीय संकट से ऐसी स्थिति बनी है। विश्व बैंक ने 10 अप्रैल को अपनी एक नई रिपोर्ट में यह भी कहा कि वित्तीय प्रतिबंधों के कारण रूस के 2022 जीडीपी उत्पादन में 11.2% की गिरावट का भी अनुमान लगाया गया है।
खार्किव ओब्लास्ट में हमला
10 अप्रैल को खार्किव ओब्लास्ट पर रूसी हमलों के कारण एक बच्चे सहित बाहरी 10 लोगों की मौत हो गई थी। ग्यारह लोग घायल हो गए। खार्किव ओब्लास्ट के गवर्नर ओलेह सिनेहुबोव के अनुसार, इज़ियम के पास जबर्दस्त लड़ाई चल रही है। युद्ध से पहले यहां 45,000 लोग निवास करते थे।
2800 लोगों को सुरक्षित निकाला गया
यूक्रेन के उप प्रधान मंत्री इरीना वीरेशचुक(Iryna Vereshchuk) के अनुसार, 10 अप्रैल को युद्धग्रस्त इलाकों से 2,800 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया। 2,400 से अधिक लोग रूस के कब्जे वाले क्षेत्र के दक्षिणी शहरों से क्षेत्रीय राजधानी ज़ापोरिज्जिया पहुंचे। इससे पहले रूसी आक्रमण के कारण मारियुपोल और लुहान्स्क ओब्लास्ट से निकासी रोक दी गई थी।
ज़ेलेंस्की ने पश्चिमी देशों से और अधिक मदद मांगी
रविवार को अपने रात्रिकालीन संबोधन में वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने फिर से जर्मनी सहित पश्चिमी देशों से यूक्रेन को और सहायता प्रदान करने का आह्वान किया है। जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ के साथ बातचीत के दौरान ज़ेलेंस्की ने कहा कि उन्होंने रूस के खिलाफ प्रतिबंधों को कैसे मजबूत किया जाए और रूस को शांति की तलाश के लिए कैसे मजबूर किया जाए? इस पर चर्चा की। ज़ेलेंस्की ने कहा-"मुझे यह जानकर खुशी हो रही है कि हाल ही में यूक्रेन के पक्ष में जर्मन की स्थिति बदल गई है।