ऋषि सुनक, इंफोसिस के फाउंडर नारायण मूर्ति के दामाद हैं। बीते दिनों पत्नी अक्षता मूर्ति पर टैक्स पे न करने संबंधी आरोप ब्रिटिश मीडिया में लगे थे।
लंदन। यूनाइटेड किंगडम (United Kingdom) के वित्त मंत्री ऋषि सुनक (Rishi Sunak) ने प्रधानमंत्री बोरिस जानसन (PM Boris Johnson) से एक स्वतंत्र समीक्षा के लिए अनुरोध किया है। वह चाहते हैं कि यह जांच कराई जाए कि क्या उन्होंने अपने आय व संपत्तियों की मंत्री होने के नाते सही ढंग से घोषणा की है अथवा नहीं। सुनक, भारत के मशहूर बिजनेस टाइकून इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति के दामाद (Son in Law of Infosys Founder Narayan Murthy) हैं। बीते दिनों, पत्नी अक्षता मूर्ति (Akshata Murthy) के टैक्स से जुड़े आरोपों का सामना सुनक को करना पड़ा था।
आरोपों से घिरे हैं सुनक
जॉनसन को ऋषि सुनक का पत्र ऐसे समय में आया है जब उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति के टैक्स से जुड़े आरोपों को लेकर विवाद चल रहा है। ब्रिटेन के 41 वर्षीय मंत्री ने ट्विटर पर कहा, "मैंने हमेशा नियमों का पालन किया है और मुझे उम्मीद है कि इस तरह की समीक्षा से और स्पष्टता मिलेगी।"
इन आरोपों का सामना कर रहे हैं वित्त मंत्री
सुनक ब्रिटेन में कई आरोपों का सामना कर रहे हैं। समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, उनकी करोड़पति पत्नी अक्षता मूर्ति, भारतीय आईटी दिग्गज इंफोसिस के लगभग 0.9 प्रतिशत की मालिक हैं। उन्होंने पुष्टि की है कि उन्हें गैर-अधिवासित कर का दर्जा प्राप्त है, जिसका अर्थ है कि उन्होंने ब्रिटेन के बाहर से आय पर कर का भुगतान नहीं किया है।
हालांकि, उनके प्रवक्ता ने समाचार एजेंसियों को बताया कि वह यूके में कानूनी रूप से आवश्यक सभी करों का भुगतान करती हैं। प्रवक्ता ने कहा, "वह हमेशा अपनी यूके की सभी आय पर यूके के करों का भुगतान करती रही हैं और करती रहेंगी।"
जनता का विश्वास पाने के लिए समीक्षा जरूरी
सुनक ने यूके के पीएम को लिखे पत्र में लिखा, "मेरी सबसे बड़ी चिंता यह है कि जनता उनके दिए गए उत्तरों में विश्वास बनाए रखे और मेरा मानना है कि इसे प्राप्त करने का सबसे अच्छा तरीका यह सुनिश्चित करना है कि वे उत्तर पूरी तरह से स्वतंत्र हों, बिना किसी पक्षपात के।" यह कहते हुए कि उन्हें विश्वास है कि समीक्षा में वह सच पाए जाएंगे।
इससे पहले, ऋषि सनक को इन्फोसिस के अभी भी रूस में काम करने पर सवालों का सामना करना पड़ा था, जबकि वह यूके के व्यवसायों को मॉस्को में अपने व्यवसाय पर पुनर्विचार करने के लिए कह रहे थे। उस समय ऋषि सनक ने कहा था कि इंफोसिस और उसके फैसलों में उनकी कोई भूमिका नहीं है।
विश्लेषक इस बात को रेखांकित कर रहे हैं कि अक्षता मूर्ति की कर स्थिति का खुलासा इससे बुरे समय में नहीं हो सकता था। दरअसल, ऋषि सुनक को भविष्य के प्रधान मंत्री के रूप में देखा जाता रहा है लेकिन हाल में उपभोक्ता कीमतों में वृद्धि के कारण उनकी लोकप्रियता में काफी गिरावट देखी गई है।
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