
PoK Police Protest: पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। आवामी एक्शन कमेटी के बाद अब PoK की पुलिस भी सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर आई है। स्थानीय पुलिसकर्मियों में सरकार के प्रति गहरी नाराजगी देखी जा रही है। PoK में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए। AAC ने पूरे इलाके में प्रदर्शन, शटर-डाउन और व्हील-जाम हड़ताल की अपील की है। इस वजह से क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है। इस्लामाबाद ने हालात को काबू में करने के लिए भारी सुरक्षा बल तैनात किए हैं।
आवामी एक्शन कमेटी के बाद PoK की पुलिस भी पाकिस्तान सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर आई है। स्थानीय पुलिसकर्मियों में सरकार के प्रति गहरी नाराजगी देखने को मिल रही है। पुलिस की हड़ताल के बाद PoK में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ गई है। पुलिसकर्मियों की मांगे पूरी न होने के कारण पूरे PoK में आज बंद का ऐलान किया गया है। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए पाकिस्तान सरकार ने भारी संख्या में पुलिस और सुरक्षा बल तैनात किए हैं।
सुरक्षा कारणों से आधी रात से इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं ताकि लोग इकट्ठा न हो सकें। AAC ने हजारों लोगों को अपने बैनर तले जुटाया है, जो दशकों से चली आ रही राजनीतिक उपेक्षा और आर्थिक तंगी के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस समूह की शहबाज शरीफ सरकार से कुल 38 मांगें हैं। इन मांगों में पाकिस्तान में रहने वाले कश्मीरी शरणार्थियों के लिए पीओके विधानसभा में आरक्षित 12 सीटों को खत्म करने की मांग शामिल है। इसके अलावा रियायती आटा, मंगला जलविद्युत परियोजना से जुड़े उचित बिजली शुल्क और इस्लामाबाद की ओर से किए गए वादों को पूरा करना भी इन मांगों में शामिल है।
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AAC के प्रमुख नेता शौकत नवाज मीर ने मुजफ्फराबाद में बड़ी भीड़ को संबोधित करते हुए कहा, “हमारा आंदोलन किसी संस्था के खिलाफ नहीं है। यह पिछले 70 साल से हमारे लोगों को वंचित किए गए मूलभूत अधिकारों के लिए है। अब बहुत हो चुका है। या तो हमें हमारे अधिकार दो, या हमारे गुस्से का सामना करो।” PoK की बिगड़ती स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पाकिस्तान सरकार ने 7,000 पुलिसकर्मी और फ्रंटियर फोर्स के जवान वहां तैनात किए हैं। इन सभी जवानों को राजधानी इस्लामाबाद से PoK में भेजा गया है।
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