नोबेल पुरस्कार से सम्मानित मदर टेरेसा (Mother Teresa) को लेकर एक नई डॉक्यूमेंट्री में दावा किया गया है कि उन्होंने चर्च की सबसे बुरी ज्यादतियों को छिपाया था। उन्होंने चर्च की ज्यादतियों से बचने में लोगों की मदद करने की तुलना में दूसरे कामों पर अधिक ध्यान दिया।
नई दिल्ली। दीन-दुखियों की सेवा करने वालीं और नोबेल पुरस्कार से सम्मानित मदर टेरेसा (Mother Teresa) को लेकर एक नई डॉक्यूमेंट्री में दावा किया गया है कि उन्होंने चर्च की सबसे बुरी ज्यादतियों को छिपाया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि मदर टेरेसा युद्धों को रोकने, राष्ट्रपतियों से दोस्ती करने, अनाथालयों के एक वैश्विक साम्राज्य का निर्माण करने और बीमार कैदियों को जेल से रिहा कराने में सक्षम थीं, लेकिन उन्होंने उस समय के कैथोलिक चर्च की सबसे बुरी ज्यादतियों को छिपाया था।
डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार मदर टेरेसा ने चर्च की ज्यादतियों से बचने में लोगों की मदद करने की तुलना में गरीब, बीमार और असहाय लोगों का दर्द दूर करने की दिशा में अधिक काम किया। यह दावा तीन-भाग वाली स्काई डॉक्यूमेंट्री श्रृंखला- 'मदर टेरेसा: फॉर द लव ऑफ गॉड'(Mother Teresa: For the Love of God) में किया गया है। डॉक्यूमेंट्री में मदर टेरेसा के मित्रों, कटु आलोचकों और करीबी लोगों से बातचीत की गई है। डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से पिछली सदी की सबसे प्रसिद्ध महिलाओं में से एक का पुनर्मूल्यांकन किया गया है।
नहीं बनाया अच्छा अस्पताल
डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार प्रेगर ने कहा कि अनस्टरलाइज्ड सुइयों का बार-बार उपयोग किया जाता था। जली हुई एक महिला को दर्द निवारक दवा देने से मना कर दिया गया था। मैंने उसके लिए कुछ दवाओं की तस्करी की थी। उनके पास गरीब लोगों के लिए अच्छा अस्पताल चलाने के लिए पैसे थे, लेकिन उन्होंने ऐसा कभी नहीं किया। उन्होंने कहा था कि हम बिना इलाज के दर्द कम होने की दुआ करेंगे। दर्द सिर्फ उनके काम का बाई-प्रोडक्ट नहीं था, बल्कि इसका एक अभिन्न अंग था। नन को निर्देश दिया गया था कि वे खुद को कोड़े मारें और स्पाइक्स के साथ तार की जंजीरें पहनें।
1980 के दशक तक उनकी प्रोफाइल कभी अधिक नहीं थी। उन्होंने कुछ अनाथों को बचाने के लिए 1982 में बेरूत में युद्धविराम की मांग की और आश्चर्यजनक रूप से ऐसा हुआ। तीन साल बाद उन्होंने न्यूयॉर्क की एक जेल से एड्स पीड़ित कैदियों को रिहा करा दिया था। अब तक उसके संगठन में सालाना लगभग 100 मिलियन पाउंड आ रहे थे, लेकिन इसका अधिकांश भुगतान वेटिकन बैंक में किया जा रहा था।
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सबसे कठिन था जीवन का अंतिम दशक
मदर टेरेसा के जीवन का अंतिम दशक शायद सबसे कठिन था। वह बुढ़ापे से जूझ रहीं थीं, लेकिन चर्च उन्हें पुजारियों द्वारा बाल शोषण के बढ़ते मामलों से बचाने में मदद करने के लिए बुला रहा था। मदर टेरेसा के साथ 20 साल तक काम करने वाली मैरी जॉनसन कहती हैं कि वे उन्हें उन शहरों में भेज देते जहां से बाल शोषण के मामलों का खुलासा हो रहा था। वह स्थिति बदल सकतीं थीं।
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डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार चर्च में हो रही ज्यादतियों को वह कितना जानती थी? यह कहना असंभव है, लेकिन जैसा कि शो में दिखाया गया है जब रेवरेंड डोनाल्ड मैकगायर पर दुर्व्यवहार का संदेह था तो उन्होंने अधिकारियों को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने अपने कॉन्फिडेंस और ट्रस्ट पर जोर दिया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि इसने रेवरेंड को एक और दशक तक सैकड़ों लड़कों के साथ दुर्व्यवहार करने के लिए स्वतंत्र छोड़ दिया।