दुनिया भर में जलवायु परिवर्तन पर नज़र रखने वाले लोग पिछले कुछ हफ़्तों से जापान के फुजी पहाड़ पर नज़र गड़ाए हुए थे। 130 सालों में पहली बार फुजी पहाड़ से बर्फ गायब हो गई थी, जिससे चिंता बढ़ गई थी। फुजी एक निष्क्रिय ज्वालामुखी है। फुजी पहाड़ के बारे में रिकॉर्ड 1894 में शुरू हुए थे। उसके बाद पहली बार इस साल फुजी पहाड़ अक्टूबर महीने में बर्फ के बिना रहा।
आमतौर पर अक्टूबर की शुरुआत से मध्य तक पहाड़ की चोटी के आसपास बर्फ गिरती है। इस दौरान पहाड़ की एक अलग ही खूबसूरती होती है। कई पर्यटक इस समय पहाड़ को देखने आते हैं। लेकिन इस बार पर्यटकों को निराश करते हुए फुजी बर्फ से रहित रहा। आखिरकार, लगभग एक महीने की देरी के बाद, पहाड़ की चोटी पर बर्फबारी शुरू हो गई।
6 नवंबर को शिज़ुओका में जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने फुजी पहाड़ पर बर्फबारी की पुष्टि की। जून से अगस्त तक का तापमान औसत से 1.76 डिग्री सेल्सियस (3.1 डिग्री फ़ारेनहाइट) अधिक रहा, जिससे जापान में रिकॉर्ड गर्मी दर्ज की गई। इससे पहले 2003 में सबसे गर्म साल दर्ज किया गया था। सितंबर में जापान में सामान्य से अधिक गर्म मौसम रहा। अक्टूबर में भी यह तापमान जारी रहा, जिससे फुजी से बर्फ गायब रही। 2016 में 26 अक्टूबर को फुजी पर सबसे देर से बर्फबारी हुई थी।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, अंततः फुजी पर अनुमान से एक महीने बाद बर्फबारी हुई। माउंट फुजी जापान के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। बर्फ से ढके फुजी ज्वालामुखी की तस्वीरों का सोशल मीडिया पर खूब स्वागत किया गया। टोक्यो के दक्षिण-पश्चिम में स्थित फुजी पहाड़ की ऊँचाई 3,776 मीटर (12,460 फीट) है। फुजी में आखिरी बार 300 साल पहले विस्फोट हुआ था। टोक्यो से फुजी का दृश्य पर्यटकों को बहुत आकर्षित करता है।