तिब्बत में आए भूकंप से कांपा नेपाल, चीन, भारत; जानें कब आए सबसे भीषण भूकंप

Published : Jan 07, 2025, 08:53 AM IST
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सार

तिब्बत में 7.1 तीव्रता का भूकंप आया, जिसके झटके नेपाल, चीन और भारत में भी महसूस किए गए। नेपाल की राजधानी काठमांडू में लोग घरों से बाहर निकल आए।

वर्ल्ड डेस्क। तिब्बत में मंगलवार सुबह भूकंप के कई झटके आए। सबसे शक्तिशाली भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.1 थी। इसके चलते नेपाल, चीन और भारत के बड़े इलाके में झटके महसूस किए गए। नेपाल की राजधानी काठमांडू में भूकंप के तेज झटके महसूस किए जाने के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। भूकंप से हुए नुकसान के बारे में अभी जानकारी सामने नहीं आई है।

ये हैं दुनिया भर में अब तक आए सबसे विनाशकारी भूकंप

शानक्सी भूकंप: 1556 में चीन के शानक्सी में भीषण भूकंप आया था। अनुमान के अनुसार इसके चलते 8.30 लोगों की मौत हुई थी।

तांगशान भूकंप: चीन के तांगशान में 1976 में आए भूकंप से 242,000 से 655,000 लोगों के मारे जाने का अनुमान लगाया गया था।

हिंद महासागर भूकंप: 2004 में हिंद महासागर में भूकंप आया था। इससे पैदा हुई सुनामी ने 14 देशों में लगभग 227,898 लोगों की जान ली थी।

हाईयुआन भूकंप: चीन के हाईयुआन में 1920 में आए भूकंप से 273,400 लोगों की मौत हुई थी।

चिली भूकंप: 1960 में चिली में आए भूकंप ने 5,700 लोगों की जान ली थी। इससे पैदा हुई सुनामी से तबाही मच गई थी।

कांटो भूकंप: जापान के कांटो में 1923 में आए इस भूकंप के चलते करीब 142,800 लोगों की मौत हुई थी।

हैती भूकंप: 2010 में हैती में आए भूकंप से लगभग 160,000 मौतें हुईं थीं।

कामचटका भूकंप: 1952 में आए इस भूकंप ने लगभग 15,000 लोगों की जान ली थी।

तोहोकू भूकंप 2011:  15,500 से अधिक मौतें और बड़े पैमाने पर सुनामी का प्रभाव। असम-तिब्बत भूकंप (1950) - अनुमानित 22,000 मौतें। इन घटनाओं के कारण जान-माल का भारी नुकसान हुआ और व्यापक विनाश हुआ।

तोहोकू भूकंप: जापान के तोहोकू में 2011 में आए भूकंप से 15,500 से अधिक लोगों की मौत हुई थी। इससे पैदा हुई सुनामी ने तबाही मचा दी थी।

असम-तिब्बत भूकंप: 1950 में आए इस भूकंप के चलते 22,000 लोगों के मारे जाने का अनुमान है।

यह भी पढ़ें- नेपाल में आए भूकंप से चीन, भारत, बांग्लादेश, भूटान तक झटके, देखें वीडियो

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