26/11 मुंबई आतंकी हमला के आरोपी तहव्वुर राणा ने चली नई चाल, पहुंच गया US कोर्ट

मुंबई आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा ने भारत प्रत्यर्पण से बचने के लिए अमेरिकी कोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण रिट दायर की है। उसे हाल ही में अमेरिकी कोर्ट ने भारत प्रत्यर्पण करने की अनुमति दी थी।

Vivek Kumar | Published : Jun 2, 2023 7:18 AM IST / Updated: Jun 02 2023, 12:57 PM IST

वाशिंगटन। 26/11 2008 को मुंबई में हुए आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा ने भारत लाए जाने से बचने के लिए चाल चली है। तहव्वुर पाकिस्तानी मूल का कनाडाई व्यवसायी है। उसे हाल ही में अमेरिकी कोर्ट ने भारत प्रत्यर्पण करने की अनुमति दी थी।

भारत भेजे जाने से बचने के लिए तहव्वुर ने कोर्ट के उस आदेश को चुनौती देते हुए बंदी प्रत्यक्षीकरण रिट दायर की है। तहव्वुर के वकील ने कोर्ट में तर्क दिया कि राणा का प्रत्यर्पण संयुक्त राज्य अमेरिका-भारत प्रत्यर्पण संधि का दो तरह से उल्लंघन करेगा।

कोर्ट द्वारा दोषी ठहराये जाने या बरी किए जाने पर नहीं हो सकता प्रत्यर्पण

तहव्वुर पर अमेरिका के जिला कोर्ट में मुकदमा चला था। इसमें उसे बरी कर दिया गया था। इसके आधार पर तहव्वुर के वकील ने प्रत्यर्पण का विरोध किया है। तहव्वुर ने कहा है कि भारत भी तहव्वुर पर उन्हीं आरोपों (मुंबई हमला) पर मुकदमा चलाना चाहता है। वकील ने कहा है कि अमेरिका-भारत प्रत्यर्पण संधि के अनुसार वांछित व्यक्ति को जिस देश में पकड़ा जाता है उस देश में अगर उसे दोषी ठहराया जाता है या बरी किया जाता है तो उसे अनुरोध करने वाले देश को नहीं सौंपा जा सकता।

तहव्वुर के वकील ने कोर्ट में कहा है कि भारत सरकार का प्रत्यर्पण अनुरोध संधि के अनुच्छेद 9.3 (सी) को पूरा करने में विफल रहता है। कोर्ट को बंदी प्रत्यक्षीकरण की रिट देनी चाहिए। प्रत्यर्पण से इनकार करना चाहिए और राणा को रिहा करने का आदेश देना चाहिए।

बाइडन प्रशासन ने किया है राणा के प्रत्यर्पण का समर्थन

भारत ने अमेरिका से 10 जून 2020 को राणा को गिरफ्तार कर उसे भारत प्रत्यर्पण करने के लिए अनुरोध किया था। इसके बाद राणा को गिरफ्तार किया गया था। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन ने राणा के भारत प्रत्यर्पण का समर्थन किया था और मंजूरी दी थी।

तहव्वुर ने की थी लश्कर-ए-तैयबा की मदद
तहव्वुर राणा पाकिस्तानी-अमेरिकी डेविड कोलमैन हेडली के बचपन का दोस्त है। हेडली लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ है। उसने हेडली को आतंकी गतिविधियां छुपाने में मदद की। राणा ने आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की मदद की। अमेरिकी सरकार ने कहा कि राणा आतंकी साजिश का हिस्सा था। उसने आतंकवादी हमले को अंजाम दिया है।

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