अगर सरकार अनुरोध को मंजूरी दे देती है तो शरीफ अगले सप्ताह रवाना हो जाएंगे। उनकी मेडिकल रिपोर्ट लंदन में डॉक्टरों के पास भेजी गई थी और उन्होंने जल्द से जल्द इलाज के लिए आने की सलाह दी। इस बीच, इस्लामाबाद, में प्रधानमंत्री कार्यालय में विशेष सहायक नईम उल हक ने कहा कि अगर शरीफ इलाज के लिए विदेश जाते हैं तो सरकार को इसमें कोई दिक्तत नहीं है।
लाहौर: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने डॉक्टरों और परिवार की सलाह पर इलाज कराने के लिए लंदन जाने की बात मान ली है। उनकी बेटी मरीयम नवाज ने यह जानकारी दी। मीडिया से बातचीत में उन्होंने बताया कि परिवार 69 वर्षीय पीएमएल(एन) सुप्रीमो की सेहत को जोखिम में नहीं डाल सकता और इसलिए उन्हें विदेश भेजने का फैसला लिया गया है। मरीयम ने बताया कि वह अपने पिता के साथ नहीं जा सकेंगी क्योंकि उनका नाम अब भी एक्जिट कंट्रोल लिस्ट (ईसीएल) में है। गौरतलब है कि शरीफ की पत्नी कुलसुम का गत वर्ष लंदन में गले के कैंसर के कारण निधन हो गया था।
कई बिमारियों के चलते अस्पताल में भर्ती हैं नवाज
लाहौर हाई कोर्ट से बुधवार को जमानत पर रिहा की गई मरीयम ने कहा कि शरीफ अपनी गंभीर सेहत के कारण विदेश जाकर इलाज कराने पर राजी हो गए हैं। शरीफ को बुधवार को लाहौर में उनके जट्टी उमरा रायविंड स्थित आवास ले जाया गया था। वह दो सप्ताह तक कई बीमारियों के इलाज के लिए पाकिस्तान के एक अस्पताल में भर्ती रहे थे। शरीफ का प्लेटलेट काउंट अत्यधिक कम हो गया था जिसके बाद उन्हें 22 अक्टूबर को सर्विसेज हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। वह भ्रष्टाचार निरोधक इकाई की हिरासत में थे। बातचीत में मरीयम ने कहा कि शरीफ को जल्द से जल्द इलाज के लिए विदेश जाना चाहिए। यह पूछे जाने पर कि क्या ईसीएल से पूर्व प्रधानमंत्री का नाम हटाने के लिए कोई अनुरोध किया गया है, इस पर मरीयम ने कहा, ‘‘मुझे नहीं मालूम। जब मैं घर जाऊंगी तो इसे देखूंगी।’’ इससे पहले शरीफ के परिवार के एक सदस्य ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री इस सप्ताह लंदन रवाना हो सकते हैं अगर सरकार उनका नाम ईसीएल से हटा देती है।
अगले हफ्ते लंदन के लिए रवाना हो सकते हैं
अगर सरकार अनुरोध को मंजूरी दे देती है तो शरीफ अगले सप्ताह रवाना हो जाएंगे। उनकी मेडिकल रिपोर्ट लंदन में डॉक्टरों के पास भेजी गई थी और उन्होंने जल्द से जल्द इलाज के लिए आने की सलाह दी। इस बीच, इस्लामाबाद, में प्रधानमंत्री कार्यालय में विशेष सहायक नईम उल हक ने कहा कि अगर शरीफ इलाज के लिए विदेश जाते हैं तो सरकार को इसमें कोई दिक्तत नहीं है।
सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार को प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ गृह मंत्री एजाज शाह की बैठक में निर्णय लिया गया। बैठक के बाद, सरकार ‘नो-फ्लाई सूची’ से शरीफ का नाम हटाने को सहमत हो गई, जिससे उनकी विदेश यात्रा का मार्ग प्रशस्त हुआ। इस बीच, विमानन मंत्री गुलाम सरवर ने आरोप लगाया कि शरीफ को गंभीर रूप से बीमार दिखाने के लिए उनकी मेडिकल रिपोर्टों को प्रभावित किया गया है ताकि उन्हें मुल्क छोड़ने की इजाजत मिल जाए।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)