नेपाल में एक बार फिर प्रचंड युग: राष्ट्रपति विद्या देवी ने पुष्प कमल दहल को प्रधानमंत्री नामित किया

प्रचंड की माओइस्ट सेंटर पार्टी ने पांच अन्य दलों के साथ मिलकर सरकार बनाने का दावा किया है। इसके पहले प्रचंड की पार्टी का समझौता नेपाली कांग्रेस से हुआ था। लेकिन सत्ताधारी नेपाली कांग्रेस को समर्थन देने से इनकार करने के बाद प्रचंड ने गठबंधन छोड़ दिया।

Dheerendra Gopal | Published : Dec 25, 2022 12:18 PM IST / Updated: Dec 25 2022, 06:43 PM IST

Nepal new coalition government: नेपाल के नए प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल होंगे। राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने दहल को नया पीएम नामित किया है। दहल को सदन में अब बहुमत साबित करना होगा। पुष्प कमल दहल की पार्टी माओइस्ट सेंटर पार्टी ने पांच अन्य दलों के साथ गठबंधन कर सरकार बनाने का दावा पेश किया था। इसी के साथ नेपाल में नई सरकार का रास्ता साफ हो गया। माओइस्ट सेंटर पार्टी के नेता पुष्प कमल दहल उर्फ प्रचंड अगले 2.5 साल के लिए प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। पांच दलों के गठबंधन का रविवार को ऐलान किया गया था। इसमें तय हुआ कि ढाई-ढाई साल के लिए दो प्रधानमंत्री होंगे। सबसे पहले प्रचंड पीएम पद की शपथ लेंगे। आधा कार्यकाल पूरा करने के बाद पूर्व पीएम केपी शर्मा ओली पद संभालेंगे।

पहले माओइस्ट सेंटर का होगा पीएम फिर सीपीएन-यूएमएल का

प्रचंड की माओइस्ट सेंटर पार्टी ने पांच अन्य दलों के साथ मिलकर सरकार बनाने का दावा किया। इसके पहले प्रचंड की पार्टी का समझौता नेपाली कांग्रेस से हुआ था। लेकिन सत्ताधारी नेपाली कांग्रेस को समर्थन देने से इनकार करने के बाद प्रचंड ने गठबंधन छोड़ दिया। दरअसल, प्रचंड ढाई-ढाई साल का फार्मूला चाहते थे लेकिन सत्ताधारी नेपाली कांग्रेस पहले अपना पीएम चाहती थी जबकि प्रचंड खुद पहले पीएम बनना चाहते थे। इस पर नेपाली कांग्रेस राजी नहीं हुई। बात आगे नहीं बढ़ने के बाद प्रचंड ने पांच अन्य दलों के साथ गठजोड़ कर लिया। पार्टी सूत्रों की मानें तो प्रचंड ढाई साल तक पीएम रहेंगे। इसके बाद CPN-UML सत्ता संभालेगी और पूर्व पीएम केपी शर्मा ओली प्रधानमंत्री बनेंगे।
 

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