चीन के BRI की हेल्प से बने पोखरा एयरपोर्ट पर नहीं था लैंडिंग गाइडिंग सिस्टम, भाग्य भरोसे विमान उतारते हैं पायलट

नेपाल में 15 जनवरी को यति एयरलाइन्स(Yeti Airlines) के ATR 72-500 विमान क्रैश को लेकर कई चौंकाने वाली बातें सामने आ रही हैं। यहां रनवे पर विमानों को सुरक्षित लैंडिंग कराने में हेल्प करने वाली लैंडिंग गाइडिंग सिस्टम ही नहीं था।

Amitabh Budholiya | Published : Jan 21, 2023 2:02 AM IST / Updated: Jan 21 2023, 07:34 AM IST

काठमांडू(Kathmandu). नेपाल में 15 जनवरी को यति एयरलाइन्स(Yeti Airlines) के ATR 72-500 विमान क्रैश को लेकर कई चौंकाने वाली बातें सामने आ रही हैं। पोखरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंडिंग करने से पहले क्रैश हुए इस विमान हादसे में पायलट, क्रू मेंबर्स सहित 72 पैसेंजर मारे गए थे। जांच में सामने आया है कि यहां रनवे पर विमानों को सुरक्षित लैंडिंग कराने में हेल्प करने वाली लैंडिंग गाइडिंग सिस्टम ही नहीं था। जानिए पूरी डिटेल्स...

1. हवाईअड्डे के एक अधिकारी ने खुलासा किया है कि लैंडिंग गाइडिंग सिस्टम से विमानों को रनवे पर सुरक्षित उतरने में मदद मिलती है। एक लैंडिंग गाइडिंग सिस्टम या इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम दृश्यता( visibility) से संघर्ष कर रहे पायलटों को आसपास की बाधाओं और जमीन के साथ विजुअल कॉन्टेक्ट बनाए रखने में मदद करता है।

2. नेपाल की सिविल एविएशन अथॉरिटी के एक प्रवक्ता जगन्नाथ निरौला ने मीडिया को बताया कि 1 जनवरी को हवाईअड्डे का परिचालन शुरू होने के 56 दिन बाद यानी 26 फरवरी तक स्थिति ऐसी ही रहेगी।

3. पोखरा एयरपोर्ट का निर्माण बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट के तहत चीन की सहायता से किया गया था। 2016 में नेपाल सरकार ने इस टूरिस्ट सिटी में हवाई अड्डे के निर्माण के लिए बीजिंग के साथ 215.96 मिलियन डॉलर के सॉफ्ट लोन एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए थे।

4.दुर्घटना के समय इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम के निष्क्रिय रहने के बावजूद 15 जनवरी को लैंडिंग के लिए स्थिति अच्छी बताई गई थी, जिसमें कम हवाएं और साफ आसमान था। बावजूद हादसा हुआ।

5.एक एक्सपर्ट ने कहा कि एक इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम की कमी दुर्घटना का सहायक कारण हो सकती है। हालांकि इसके साथ ही उन्होंने नेपाल में कुख्यात खराब एयर सेफ्टी कल्चर का मुद्दा भी उठाया।

6.एक अनुभवी पायलट और इंडियाज सेफ्टी मैटर्स फाउंडेशन के संस्थापक अमित सिंह के मुताबिक, "नेपाल में उड़ान भरना चुनौतीपूर्ण हो जाता है, यदि आपके पास नेविगेशनल एड्स नहीं हैं। जब भी वे उड़ान के दौरान समस्याओं का अनुभव करते हैं, तो पायलट पर एक्स्ट्रा वर्कलोड हो जाता है।"

7. अमित सिंह कहते हैं कि एक इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम की कमी केवल पुष्टि करती है कि नेपाल का एयर सेफ्टी कल्चर पर्याप्त नहीं है।"

8.बहरहाल, दुर्घटनाग्रस्त दोहरे इंजन वाले एटीआर 72-500 विमान के कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर और फ्लाइट रिकॉर्डर को बरामद कर लिया गया था।

9.यति एयरलाइंस ने कहा कि विमान के कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर का स्थानीय स्तर पर एनालिसिस किया जा रहा है और उड़ान डेटा रिकॉर्डर को फ्रांस भेजा जाएगा। दुर्घटना की जांच में फ्रांस के विशेषज्ञ मदद कर रहे हैं।

10. बता दें किहिमालयी राष्ट्र नेपाल के 30 से अधिक वर्षों में इस सबसे घातक विमानन दुर्घटना(deadliest aviation accident) में पोखरा के रिसॉर्ट शहर में नए ओपन हवाई अड्डे पर उतरते समय विमान नदी के घाट में गिर गया था।

यह भी पढ़ें

नेपाल प्लेन क्रैश के चश्मदीद: गिरते हुए प्लेन से सुनाई पड़ी रही थीं चीखें, पहले किंगफिशर के पास था ये विमान

नेपाल प्लेन क्रैश-ATC से सीनियर पायलट ने कहा था-वेदर इज ब्युटीफुल, वेरी गुड विजिबिलिटी, फिर ऐसा क्या हुआ?

 

Share this article
click me!