
Nepal Protests Breaking News : नेपाल में चल रहे हिंसक विरोध-प्रदर्शन के बीच मंगलवार को प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया। कुछ घंटे पहले उन्होंने प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने और संयम बरतने की अपील की थी। उन्होंने सभी दलों की बैठक शाम 6 बजे बुलाने की घोषणा की थी, ताकि संकट का समाधान बातचीत और चर्चा के जरिए निकाला जा सके। ओली ने कहा, 'किसी भी प्रकार की हिंसा राष्ट्रीय हित में नहीं है। हमें शांति और बातचीत के रास्ते अपनाने होंगे।'
रिपोर्ट्स के अनुसार, ओली ने पहले नेपाली सेना के प्रमुख जनरल अशोक राज सिग्देल से संपर्क किया और स्थिति नियंत्रित करने और अपने सुरक्षित बाहर जाने के लिए सैन्य मदद मांगी। सेना प्रमुख ने उन्हें इस्तीफा देने की सलाह दी, कहा कि सिर्फ सत्ता छोड़ने पर ही सेना स्थिति को स्थिर कर सकती है। सुरक्षा उपायों के तहत काठमांडू में सैन्य और पुलिस अभियान तेज कर दिए गए। भैसेपाटी मंत्री क्वार्टर से लगभग दर्जन भर हेलीकॉप्टर उड़ाए गए ताकि सरकार के अधिकारियों को त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक सुरक्षित पहुंचाया जा सके। कम से कम 5 सेना हेलीकॉप्टर प्रमुख मंत्रियों के परिवहन के लिए तैनात किए गए।
देशभर में चल रहे हिंसक विरोध के कारण एयरपोर्ट्स बंद कर दिया गया और सभी उड़ानें रद्द कर दी गईं। प्रदर्शनकारी सोशल मीडिया पर अपील कर रहे थे कि ड्रोन उड़ाकर, आतिशबाजी और लेजर लाइट से हवाई संचालन बाधित किया जाए।
प्रदर्शनकारी सीनियर नेताओं के घर और कार्यालयों को भी निशाना बना रहे हैं। मंगलवार को नेपाल संसद में आग लगा दी गई और प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के निजी आवासों को नुकसान पहुंचाया गया। सिंघा दुर्बार पर भी हमला हुआ, जहां मंत्रियों के घर स्थित हैं। सोशल मीडिया पर कई वीडियो सामने आए हैं, जिनमें विरोधकारियों की हिंसक गतिविधियां दिखाई दे रही हैं। नेपाल संसद के दृश्य में काले धुएं के गुबार उठते देखे जा सकते हैं, जो प्रदर्शनकारियों द्वारा भवन में आग लगाने के बाद उठ रहे हैं।
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