अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों और दबाव को दरकिनार कर North Korea का परमाणु और मिसाइल प्रोग्राम जारी: UN रिपोर्ट

दस्तावेज़ में यह भी कहा गया है कि उत्तर कोरिया ने सरकारी राजस्व के एक महत्वपूर्ण स्रोत के रूप में, विशेष रूप से क्रिप्टोकरेंसी परिसंपत्तियों पर साइबर हमले का सहारा लिया। संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों ने पिछले साल अवैध परिष्कृत पेट्रोलियम आयात की गुणवत्ता में तेज वृद्धि दर्ज की है।

Asianet News Hindi | Published : Feb 6, 2022 8:27 AM IST

सियोल। अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के बावजूद उत्तर कोरिया (North Korea) ने अपने परमाणु और मिसाइल कार्यक्रमों (Nuclear and Missile programmes) को नहीं रोका है। पिछले साल से ही नार्थ कोरिया बिना किसी दबाव के अभियान जारी रखे हुए है। संयुक्त राष्ट्र (UNO) की एक गोपनीय रिपोर्ट में यह तथ्य सामने आए हैं। दरअसल, प्योंगयांग अपने हथियार कार्यक्रमों पर बड़े प्रतिबंधों के अधीन है, जिसमें कोयला, लोहा, सीसा, कपड़ा, समुद्री भोजन और अन्य उत्पादों के निर्यात पर प्रतिबंध शामिल है।

निगरानी के बावजूद जारी है परमाणु विकास कार्यक्रम

अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध और निगरानी के बावजूद उत्तर कोरिया ने परमाणु परीक्षण या इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलों के प्रक्षेपण को जारी रखा। उत्तर कोरिया ने परमाणु विखंडनीय सामग्री के उत्पादन के लिए अपनी क्षमता विकसित करना जारी रखा। रिपोर्ट के अनुसार प्रतिबंधों की निगरानी करने वाली समिति ने सारे तथ्यों को एकत्र कर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को सौंप दिया है। रिपोर्ट के अनुसार डीपीआरके के परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल बुनियादी ढांचे का रखरखाव और विकास जारी रहा। डीपीआरके ने विदेशों में इन कार्यक्रमों के लिए सामग्री, प्रौद्योगिकी और जानकारी की तलाश जारी रखी, जिसमें साइबर-साधन और संयुक्त वैज्ञानिक अनुसंधान शामिल हैं। 
दस्तावेज़ में यह भी कहा गया है कि उत्तर कोरिया ने सरकारी राजस्व के एक महत्वपूर्ण स्रोत के रूप में, विशेष रूप से क्रिप्टोकरेंसी परिसंपत्तियों पर साइबर हमले का सहारा लिया। संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों ने पिछले साल अवैध परिष्कृत पेट्रोलियम आयात की गुणवत्ता में तेज वृद्धि दर्ज की है।

रूस और चीन है उत्तर कोरिया के समर्थन में...

पश्चिमी देशों ने प्योंगयांग पर अधिक दबाव बनाने के लिए लगातार दबाव डाला है। लेकिन बीजिंग और मॉस्को ने मानवीय आधार पर प्रतिबंधों में ढील देने का आह्वान करता आया है। दोनों देशों ने पश्चिमी देशों से आग्रह किया कि उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन के साथ व्यवहार करते समय अधिक लचीलेपन का ध्यान रखा जाए।

सात हथियारों का परीक्षण कर दुनिया को चौकाया

प्योंगयांग ने जनवरी में एक अभूतपूर्व सात हथियारों का परीक्षण किया, जिसमें 2017 के बाद से अपनी सबसे शक्तिशाली मिसाइल लॉन्च करना शामिल था क्योंकि इसने संकेत दिया था कि यह परमाणु और लंबी दूरी की मिसाइल परीक्षणों को फिर से शुरू कर सकता है।

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