
प्योंगयांग। अमेरिका (America) सहित विश्व की अन्य शक्तिशाली देशों द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों पर नार्थ कोरिया ने दो टूक जवाब दिया है। नार्थ कोरिया (North Korea) ने साफ तौर पर कहा कि वह अपने परमाणु या मिसाइल कार्यक्रमों को किसी भी सूरत में जारी रखेगा। दुर्जेय मारक क्षमताओं से लैस देश को कोई भी न ब्लैक मेल कर सकता है न ही सुरक्षा को लेकर उसके लिए संकट पैदा हो सकता है।
देश के सबसे बड़े मिसाइल टेस्ट में शामिल योगदानकर्ताओं से मुलाकात के दौरान नार्थ कोरिया के नेता किम जोंग उन (Kim Jong Un) ने सोमवार को अमेरिका को जवाब देते हुए कहा कि किसी भी चीज के लिए वह अपने कार्यक्रमों से समझौता नहीं करेगा। किम जोंग उन की मीटिंग में देश की सबसे बड़ी अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) परीक्षण में योगदान देने वाले अधिकारी, वैज्ञानिक, तकनीशियन और कार्यकर्ता शामिल थे।
किम ने कहा कि जब कोई जबरदस्त मिसाइल मारक क्षमताओं से लैस होता है तो भारी सैन्य शक्ति भी रोक नहीं सकता है, न कोई युद्ध को रोक सकता है, देश की सुरक्षा की गारंटी दे सकता है और साम्राज्यवादियों द्वारा सभी खतरों और ब्लैकमेल को नियंत्रित कर सकता है।
अमेरिका की सैन्य चाल रोकने में मदद करेगा
व्यक्तिगत रूप से परीक्षण की देखरेख करते हुए, किम ने कहा कि नया आईसीबीएम संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) द्वारा किसी भी सैन्य चाल को रोकने में मदद करने के लिए था, जो 1950-1953 के कोरियाई युद्ध (Korean War) के बाद शांति समझौते के बजाय युद्धविराम में समाप्त होने के बाद तकनीकी रूप से उत्तर कोरिया के साथ युद्ध में रहता है।
किम ने दे दी अमेरिका को खुली चुनौती
वाशिंगटन द्वारा प्योंगयांग पर आत्मसमर्पण करने या परमाणु हथियारों और आईसीबीएम के अपने शस्त्रागार को कम करने का दबाव बनाया जा रहा है। लेकिन किम ने कहा कि उनके आत्मरक्षा बल को किसी भी चीज़ से न तो बदला जा सकता है और न ही खरीदा जा सकता है और कठोर परीक्षणों और कठिनाइयों के बावजूद थोड़ी सी भी हिचकिचाहट के बिना दृढ़ रहेगा। देश की परमाणु शक्ति का जिक्र करते हुए किम ने कहा, उत्तर कोरिया एक अधिक परिपूर्ण और मजबूत रणनीतिक बल का निर्माण करना जारी रखेगा।
अमेरिका संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों को भी बढ़ाना चाह रहा
संयुक्त राज्य अमेरिका ने शुक्रवार को कहा कि वह उत्तर कोरिया पर संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों को मजबूत करेगा। लेकिन चीन और रूस ने विरोध का संकेत देते हुए कहा कि इसके बजाय इस तरह के उपायों को आसान बनाया जाना चाहिए।
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