सियेटल की इंजीनियरिंग कंपनी मैग्निक्स के मुख्य कार्यकारी रोई गनजार्स्की ने बताया, ‘‘इससे यह साबित होता है कि पूरी तरह से बिजली से चलने वाला वाणिज्यिक विमान काम कर सकता है।’’
वैंकुवर. पूरी तरह से बिजली से चलने वाले दुनिया के पहले वाणिज्यिक विमान ने मंगलवार को परीक्षण के तौर पर वैंकुवर से उड़ान भरी। इस क्षेत्र में प्रशांत महासागर के किनारे ऊंची-ऊंची पर्वत चोटियां हैं।
सियेटल की इंजीनियरिंग कंपनी मैग्निक्स के मुख्य कार्यकारी रोई गनजार्स्की ने बताया, ‘‘इससे यह साबित होता है कि पूरी तरह से बिजली से चलने वाला वाणिज्यिक विमान काम कर सकता है।’’
इस कंपनी ने विमान की मोटर का डिजाइन तैयार किया है और हार्बर एयर के साथ साझेदारी में काम किया है। हार्बर एयर वैंकुवर, विस्लर स्की रिजॉर्ट और निकटतम द्वीपों और तटीय समुदायों के करीब पांच लाख लोगों को एक साल में यात्रा सुविधा मुहैया कराता है।
गनजार्स्की ने बताया कि इस तकनीक से एयरलाइनों का काफी खर्चा बचेगा और कार्बन उत्सर्जन भी शून्य होगा।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि इससे बिजली उड्डयन युग की शुरुआत होती है।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)