
Pakistan vs Taliban: शनिवार 11 अक्टूबर को देर रात अफगान तालिबान ने डूरंड लाइन के पास स्थित पाकिस्तानी इलाके में जमकर हमले किए। तालिबान का कहना है कि ये हमला पाकिस्तान की उस जवाबी कार्रवाई के बदले किया गया है, जिसमें उसने अफगानिस्तान स्थित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के ठिकाने पर एयरस्ट्राइक की थी। वहीं, तालिबान ने काबुल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि उसके हमले में पाकिस्तान के 58 सैनिक मारे जा चुके हैं, जबकि 30 जख्मी हैं। दोनों देशों के बीच हुई लड़ाई में अफगानिस्तान के भी 9 तालिबानी जवान मारे गए, जबकि 16 घायल हुए हैं।
अफगानिस्तान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद के मुताबिक, हमने ये मिलिट्री एक्शन सऊदी अरब और कतर के कहने पर रोकी है। बता दें कि पाकिस्तान-अफगानिस्तान के बीच जंग का माहौल तब बन रहा है, जब तालिबान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी 7 दिन के दौरे पर भारत आए हुए हैं। उन्होंने इस दौरान भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी मुलाकात की है।
तालिबानी प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने काबुल में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, पाकिस्तान अपनी जमीन पर ISIS जैसे आतंकी संगठनों को पनाह दे रहा है। ऐसे में हमें अपनी हवाई और जमीनी सीमाओं की रक्षा करने का पूरा हक है। मुजाहिद ने कहा कि पाकिस्तान अपनी जमीन पर आतंकियों को पनाह देना बंद करे और उन सबको हमें सौंप दे।
तालिबानी प्रवक्ता ने आगे कहा, पाकिस्तान और वहां की सेना में मौजूद कुछ लोग नहीं चाहते कि अफगानिस्तान में हालात स्टेबल हों। पाकिस्तानी सेना आपसी समझ के ज़रिए किसी भी तरह की बातचीत का हमेशा विरोध करती रही है। अगर दुश्मन ने दोबारा हम पर हमला करने की सोची तो हम पूरी ताकत से उन्हें मुंहतोड़ जवाब देंगे।
तालिबान प्रवक्ता ने कहा, पाकिस्तान जानबूझकर अफगानिस्तान के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय मंचों पर प्रोपेगेंडा फैला रहा है। अफगानिस्तान में राजनीतिक और आर्थिक सुधार हो रहे हैं, जो पाकिस्तान में बैठे कुछ लोगों को चुभ रहे हैं। पाकिस्तान में रहने वाले आतंकियों ने हेरात, काबुल, गोर और कंधार में कई बार हमले कराए हैं। हम उन्हें चेतावनी देते हुए बताना चाहते हैं कि अफगानिस्तान अपनी संप्रभुता और सम्मान के साथ बिल्कुल भी समझौता नहीं करेगा।
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