
नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर सुर्खियों में है। भारत ने सर क्रीक के पास तीनों सेनाओं- थल सेना, नौसेना और वायुसेना — का बड़ा संयुक्त सैन्य अभ्यास “त्रिशूल” (Trishul Military Exercise) शुरू करने की तैयारी की है। इसी से पहले पाकिस्तान ने अपने सेंट्रल और साउथ एयरस्पेस में उड़ानों पर पाबंदी लगाकर सभी को चौंका दिया है।
हालांकि इस्लामाबाद ने आधिकारिक तौर पर यह नहीं बताया कि 28 और 29 अक्टूबर के लिए जारी किया गया NOTAM (Notice to Airmen) किस कारण से है, लेकिन एनालिस्ट इसे भारत के “त्रिशूल अभ्यास” से जोड़कर देख रहे हैं। कई विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान का यह कदम उसकी सुरक्षा चिंता और भारत की बढ़ती सैन्य तैयारी से उपजे डर का नतीजा है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत ने 30 अक्टूबर से 10 नवंबर 2025 तक चलने वाले इस अभ्यास का NOTAM जारी किया है, जो सर क्रीक क्षेत्र में होगा। यह इलाका भारत-पाकिस्तान सीमा के पास रणनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है।
एनालिस्ट डेमियन साइमन द्वारा शेयर की गई सैटेलाइट तस्वीरों में यह साफ दिख रहा है कि त्रिशूल अभ्यास के लिए आरक्षित एयरस्पेस 28,000 फीट तक फैला हुआ है। साइमन का कहना है कि “यह चुना गया क्षेत्र और ऑपरेशन का पैमाना हाल के वर्षों में सबसे बड़ा और असामान्य” है। यही वजह है कि पाकिस्तान ने संभवतः एहतियाती कदम उठाते हुए एयरस्पेस पर पाबंदी लगाई है। यह कदम दर्शाता है कि भारत की सैन्य तैयारी ने उसके पड़ोसी देश को सतर्क कर दिया है।
भारत के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, यह अभ्यास तीनों सेनाओं की संयुक्त ऑपरेशनल क्षमता, आत्मनिर्भरता और इनोवेशन को प्रदर्शित करने का हिस्सा है। इस ऑपरेशन में दक्षिणी कमान के सैनिक शामिल होंगे, जो क्रीक और रेगिस्तानी इलाकों में आक्रामक युद्धाभ्यास, सौराष्ट्र तट से दूर उभयचर ऑपरेशन और संयुक्त मल्टी-डोमेन अभ्यास में हिस्सा लेंगे। सरकार का कहना है कि इसका उद्देश्य भारत की सेनाओं को एकजुट कर किसी भी चुनौतीपूर्ण परिस्थिति में तेज़ और सटीक जवाब देने की क्षमता को मजबूत करना है।
सर क्रीक गुजरात और पाकिस्तान के सिंध प्रांत की सीमा पर स्थित है। यह इलाका रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह अरब सागर से सटा हुआ है और यहां से नौसैनिक गतिविधियों पर नज़र रखना आसान होता है। भारत का "त्रिशूल अभ्यास" इसी इलाके के पास होना बताता है कि देश अब हर दिशा से सुरक्षा तैयारी को पुख्ता कर रहा है।
विशेषज्ञों के अनुसार, पाकिस्तान का अचानक एयरस्पेस बंद करना एक “डिफेंसिव रिएक्शन” है। यह इस बात का संकेत है कि इस्लामाबाद भारत की बढ़ती सैन्य गतिविधियों को लेकर असहज है।
रक्षा विश्लेषक कहते हैं , “भारत का यह कदम सिर्फ अभ्यास नहीं, बल्कि एक संदेश है कि देश अब किसी भी खतरे का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है।” भारत का त्रिशूल अभ्यास देश की सैन्य शक्ति, तकनीकी क्षमता और रणनीतिक तैयारियों का प्रतीक बनकर उभर रहा है। वहीं, पाकिस्तान का एयरस्पेस पाबंदी वाला कदम यह साबित करता है कि नई दिल्ली की हर गतिविधि अब इस्लामाबाद के लिए चिंता का कारण बन चुकी है।
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