
Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम (Pahalgam) में हुए भयानक आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। भारत की ओर से उठाए गए कदमों के बाद बौखलाए पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपना एयरस्पेस बंद करने का ऐलान किया है। पाकिस्तान द्वारा भारतीय एयरलाइनों (Indian Airlines) के लिए अपना एयरस्पेस (Airspace) बंद किए जाने के बाद IndiGo और Air India ने यात्रियों को संभावित देरी और रूट बदलने का अलर्ट जारी किया है।
Air India ने जानकारी दी कि अमेरिका, यूरोप और मिडिल ईस्ट जाने वाली कुछ अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर इसका सीधा असर पड़ सकता है। दोनों एयरलाइनों ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे एयरपोर्ट के लिए निकलने से पहले अपने फ्लाइट शेड्यूल और समय की दोबारा जांच जरूर करें।
मंगलवार दोपहर जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले में 26 लोगों की मौत हो गई, जिनमें कई नागरिक और टूरिस्ट शामिल थे। यह हमला हाल के वर्षों में आम लोगों पर हुआ सबसे भीषण आतंकी हमला बताया जा रहा है। इसके बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ वीज़ा निलंबन से लेकर सिंधु जल संधि (Indus Waters Treaty) को भी स्थगित कर दिया है।
उधर, सिंधु जल संधि, जिसके तहत पाकिस्तान को लगभग 80 प्रतिशत नदी जल की आपूर्ति मिलती है, के निलंबन पर इस्लामाबाद ने प्रतिक्रिया दी है। इस्लामाबाद ने धमकी दी कि अगर भारत ने उसके जल अधिकार 'छीने' तो उसे 'युद्ध की कार्यवाही' माना जाएगा।
आतंकी हमले के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब यात्रा में थे। हमले के बाद उन्होंने अपना कार्यक्रम बीच में ही खत्म कर वापस लौटने के बाद मीटिंग की। गुरुवार को बिहार के मधुबनी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए आतंकियों को चेतावनी दी। लेकिन इस बार उन्होंने हिंदी की बजाय अंग्रेज़ी में कहा कि We will identify and punish the conspirators behind this attack. मोदी का अंग्रेजी में बयान काफी चर्चा में है।
पीएम मोदी की फ्लाइट ने सऊदी अरब से लौटते समय पाकिस्तानी एयरस्पेस से बचते हुए वैकल्पिक रूट अपनाया। इसे भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता का संकेत माना जा रहा है जिससे साफ होता है कि खतरे का अंदेशा पहले से था।
भारत की सुरक्षा एजेंसियों का दावा है कि उनके पास इस हमले में पाकिस्तान की भूमिका के स्पष्ट सबूत हैं। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने अमेरिका, यूरोप, कतर, जापान, रूस और चीन के राजनयिकों को इस संबंध में ब्रीफिंग दी। रक्षा विशेषज्ञ मेजर जनरल यश मोर (से.नि.) ने कहा कि यह हमला ISI की ट्रेनिंग के बिना संभव नहीं था।
इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) से जुड़े संगठन The Resistance Front ने ली है। कुछ हमलावरों के स्केच जारी किए गए हैं और बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान जारी है लेकिन 48 घंटे बाद भी आरोपी अब तक गिरफ्त से बाहर हैं।
अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।