
इस्लामाबाद: तालिबान से जंग में लगातार मुंह की खा रही पाकिस्तानी सेना के प्रमुख असीम मुनीर ने एक बार फिर भारत को खोखली धमकी दी है। पाकिस्तान मिलिट्री अकादमी (PMA), अब्बोटाबाद में पासिंग-आउट परेड के दौरान मुनीर ने कहा कि 'परमाणु हथियार वाले माहौल में युद्ध की कोई जगह नहीं है।' उनकी यह गीदड़भभकी उस वक्त आई, जब पाक सेना अफगान सीमा पर तालिबान के खिलाफ लगातार हार का सामना कर रही है।
मुनीर ने बिना नाम लिए कहा कि 'किसी भी छोटे उकसावे पर पाकिस्तान निर्णायक और भारी जवाब देगा।' हालांकि, यह वही सेना है जिसे ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने पूरी तरह बेअसर कर दिया। इस ऑपरेशन में भारतीय सेना नेपाकिस्तान के 9 आतंकवादी कैंप तहस-नहस किए। 11 पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। पाकिस्तानी एयरबेस और F-16, JF-17 लड़ाकू विमानों को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया। मुनीर के बयान का मकसद केवल देशी जनता का ध्यान हटाना और पाक सेना की खोखली ताकत को दिखाना था।
मुनीर ने यह भी चेतावनी दी कि भविष्य में कोई भी आक्रामक कदम उठाने की जिम्मेदारी पूरी तरह भारत पर होगी। उन्होंने तालिबान और अफगान सरकार को भी चेताया कि अगर अफगान धरती का इस्तेमाल पाकिस्तान के खिलाफ किया गया तो वह निर्णायक जवाब देगा। हालांकि, अफगानिस्तान ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है और कहा कि अफगान जमीन का किसी पड़ोसी देश के खिलाफ इस्तेमाल नहीं हो रहा।
इसी साल मई में हुए एयर स्ट्राइक के दौरान भारत ने पाकिस्तानी डिफेंस सिस्टम और लड़ाकू विमानों को बेअसर कर दिया। जमीनी और हवाई हमलों में F-16 और JF-17 सहित 8–10 लड़ाकू विमान नष्ट हुए। भारतीय एयर फोर्स के चीफ AP सिंह ने भी इसे सार्वजनिक किया। इस पूरे ऑपरेशन ने साबित कर दिया कि पाकिस्तानी सेना की धमकियों के बावजूद भारत की तैयारी और ताकत बेहतरीन है।
विशेषज्ञों का मानना है कि मुनीर के बयान सिर्फ अंतरराष्ट्रीय और घरेलू ध्यान भटकाने के लिए हैं। पाकिस्तान सेना अफगान सीमा पर लगातार तालिबान से हार रही है और मुनीर की यह एंट्री केवल खोखली गीदड़भभकी साबित हो रही है। मुनीर ने कश्मीर पर भी दोबारा भारत को चेताया और पाकिस्तान के राजनीतिक और कूटनीतिक समर्थन का दावा किया। लेकिन असली हकीकत यह है कि भारत ने आतंक और सीमा सुरक्षा में अपनी ताकत साबित कर दी है।
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