रावलपिंडी के कमिश्रर लियाकत अली चट्ठा ने कहा है कि उन्होंने चुनाव में धांधली कराई। लियाकत अली ने इस्तीफा दे दिया है। उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में 8 फरवरी को आम चुनाव के लिए मतदान हुए। इसके बाद वोटों की गिनती हुई और नतीजे आए। चुनाव के नजीते आने के बाद बड़े पैमाने पर धांधली के आरोप लग रहे हैं। रावलपिंडी के कमिश्रर लियाकत अली चट्ठा ने शनिवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने विस्फोटक दावे किए। पाकिस्तानी न्यूज वेबसाइट डॉन के अनुसार लियाकत अली ने स्वीकार किया है कि उन्होंने चुनाव में जीत रहे प्रत्याशी को धांधली कर हराया।
मीडियाकर्मियों से लियाकत अली ने कहा, "देखिए फौज ने इलेक्शन बिल्कुल ठीक करवाए हैं। जो फॉर्म 45 है, वह ठीक है। फिर से चुनाव कराने की भी जरूरत नहीं है। सिर्फ फॉर्म 45 जमा कर लें, उसके ऊपर सारे रिजल्ट क्लियर हो जाएंगे।"
चीफ इलेक्शन कमिश्नर ने कराई चुनाव में धांधली
यह पूछे जाने पर कि आपको क्या लगता है, किस पार्टी के लोगों ने जीता है फिर? कमिश्नर ने कहा, "यहां पर जो आजाद उम्मीदवार (इमरान खान की पार्टी पीटीआई से समर्थित) 70-80 हजार के लीड से जीत रहे थे, हमने उनको हरवाया है। उनके ऊपर जाली मोहरें लगाकर सबको हरवाया है। मैं इन सभी गलती की जिम्मेदारी अपने ऊपर ले रहा हूं। साथ ही आपको बता रहा हूं कि जो चीफ इलेक्शन कमिश्नर है, जो चीफ जस्टिस है, वो भी इस काम में पूरी तरह भागीदार है।"
मैंने मुल्क के पेट में घोंपा छुरा
किसके कहने पर ये सबकुछ होता रहा? आपपर कोई दवाब था? यह पूछे जाने पर कमिश्नर ने कहा, "मेरे ऊपर कोई दवाब नहीं है, मेरे बाप-दादा भी अंग्रेजों के खिलाफ और सिखों के खिलाफ जंगें करते रहे हैं, लड़ते रहे हैं। ये मुल्क बनाने के लिए। अब मैं इस मुल्क को तोड़ने का हिस्सा नहीं बन सकता।"
जीते हुए को आपने हराया, आपको नींद कैसे आती रही? इसपर कमिश्नर ने कहा, "देखिए, मैंने रावलपिंडी के लिए 14-16 घंटे काम किए हैं। मैं अपने मुल्क की बेहतरी के लिए काम करता रहा। लेकिन आखिर में मैंने जो इस मुल्क के पेट में छुरा घोंपा है, मुझे वो सोने नहीं देता। मैंने जो जुल्म किया है, मुझे उसकी सजा मिलनी चाहिए। इस जुल्म में जो अन्य लोग शामिल हैं, उनको भी सजा मिलनी चाहिए।"
पाकिस्तान चुनाव आयोग ने आरोपों को किया खारिज
लियाकत अली चट्ठा द्वारा लगाए गए आरोपों को पाकिस्तान चुनाव आयोग (ईसीपी) ने खारिज किया है। ईसीपी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि उसके किसी भी अधिकारी ने कभी भी चट्ठा को "चुनाव परिणामों में बदलाव" के लिए कोई निर्देश जारी नहीं किया।
चुनाव आयोग ने कहा, "किसी भी मंडल के आयुक्त को न तो कभी जिला रिटर्निंग अधिकारी, रिटर्निंग कार्यालय या पीठासीन अधिकारी के रूप में नियुक्त किया जाता है और न ही वे कभी चुनाव के संचालन में प्रत्यक्ष भूमिका निभाते हैं। चुनाव आयोग जल्द से जल्द इस मामले की जांच करेगा।"
दूसरी ओर पंजाब के कार्यवाहक मुख्यमंत्री मोहसिन नकवी ने चट्ठा द्वारा लगाए गए आरोपों की "निष्पक्ष जांच" के आदेश दिए। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
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