सीमा पार आतंकवाद के मुद्दे पर भारत ने एक बार फिर पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र में जमकर लताड़ा है। सोमवार को भारत ने यूएन में कहा कि कोविड-19 की वजह से दुनिया थम गई है, लेकिन पाकिस्तान महामारी का फायदा उठाते हुए सीमा पार आतंकवाद को सर्मथन देने में जुटा है।
नई दिल्ली. सीमा पार आतंकवाद के मुद्दे पर भारत ने एक बार फिर पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र में जमकर लताड़ा है। सोमवार को भारत ने यूएन में कहा कि कोविड-19 की वजह से दुनिया थम गई है, लेकिन पाकिस्तान महामारी का फायदा उठाते हुए सीमा पार आतंकवाद को सर्मथन देने में जुटा है। एक इनरैक्टिव डायलॉग के दौरान भारतीय डिप्लोमैट आशिश शर्मा ने कहा, ''महामारी की वजह से एक तरफ दुनिया थम गई है तो दूसरी तरफ पाकिस्तान ने केवल इसका फायदा उठाते हुए सीमा पार आतंकवाद को समर्थन बढ़ाया है।''
उन्होंने आगे कहा, ''हमारे देश में हिंसा और असहिष्णुता भड़काने के लिए पाकिस्तान बेलगाम रूप से घृणापूर्ण बातें कर रहा है। पाकिस्तान का घृणा भाषण ना केवल भारत में एक समुदाय के खिलाफ है, बल्कि संगठनों, व्यक्तियों और बड़ी राजनीतिक नेताओं के खिलाफ भी है।'' भारतीय डिप्लोमैट ने यह भी कहा कि पाकिस्तान धार्मिक समुदायों के बीच दरार पैदा करना चाहता है। उन्होंने कहा, ''सौभाग्य से उनके उकसावे का कोई फर्क नहीं पड़ रहा है, क्योंकि भारत में बहुलवाद और सहअस्तित्व की परंपरा है, जहां सभी समुदाओं के लोग लोकतांत्रिक फ्रेमवर्क के तहत मेलजोल से रहते हैं।'' इसके बाद उन्होंने पाकिस्तान को भी सलाह दी कि अपने देश में सहअस्तित्व का पालन करें।
इन्फ्रोडैमिक की चुनौती से भी मुकाबला कर रही दुनिया
भारतीय डिप्लोमैट आशिश शर्मा ने कहा, ''आज दुनिया केवल कोविड-19 महामारी की चुनौती का सामना नहीं कर रही है, बल्कि इन्फ्रोडैमिक की चुनौती से भी मुकाबला है, जो कई मामलों में घृणा भाषणों, और समुदायों के बीच नफरत पैदा करने के लिए जिम्मेदार है।