Pakistan Honour killing cases: कट्टरपंथी देश पाकिस्तान में इज्जत की खातिर हत्याओं के मामलों में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है। ऑनर किलिंग की अधिकतर घटनाएं थाने में रिपोर्ट तक नहीं की जाती। उसे गांव या मोहल्ले लेवल पर ही निपटा दी जा रहीं। ऑनर किलिंग और यौन उत्पीड़न की घटनाओं को लेकर पाकिस्तान के कई संगठनों ने चिंता भी जतायी है।
पाकिसतान के सिंध सुहाई संगठन ने इस साल के छह महीने के आंकड़े जारी किए हैं। यह आंकड़े जनवरी से जून 2024 तक के हैं। छह महीने में ऑनर किलिंग के आंकड़े काफी शॉकिंग हैं। अकेले सिंध प्रांत में कम से कम 101 महिलाओं या पुरुषों की हत्याएं इज्जत के नाम पर कर दी गई हैं।
सिंध में इज्जत के नाम पर बढ़ी हत्याएं
आंकड़ों की मानें तो सिंध के जैकोबाबाद जिला में इज्जत की खातिर सबसे अधिक हत्याएं कर दी गई। जैकोबाबाद में 22 महिलाएं और 12 पुरुषों को मौत के घाट उतार दिया। यह हत्याएं इज्जत की खातिर की गई। यही नहीं, काशमोर में 17 महिलाओं और 6 पुरुषों की ऑनर किलिंग की गई तो सुक्कुर में 23 ऑनर किलिंग की घटनाएं सामने आई हैं। इसी तरह खैरपुर में 20 हत्याएं तो घोटकी में 19 हत्याएं तो लरकाना में 12 ऑनर किलिंग केस सामने आए। इसके अलावा करीब 76 अन्य हत्याएं पूरे प्रांत में की गई।
अधिकतर मामलों में रिपोर्ट नहीं होती, केवल समझौता होता
इज्जत की खातिर जो हत्याएं होती हैं उसमें मारी गई महिलाओं के परिजन रिपोर्ट नहीं करते। परिवार की इज्जत के नाम पर की गई इन हत्याओं के मामले में अधिकतर मामलों में समझौता ही करा दिया जाता है। पुलिस भी इस मामले में चुप्पी साधी रहती है।
पाकिस्तान में इज्जत के नाम पर हो रही किलिंग की बढ़ती संख्या की वजह इसको अंजाम देने वाले अपराधियों को बहुत कम मामलों में ही जिम्मेदार ठहराया जाता है। कोर्ट भी इन मामलों में अधिक हस्तक्षेप नहीं करता है।
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