
Pakistan Economy Crisis 2025: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) ने रविवार को एक अहम बयान दिया जिसमें उन्होंने कहा कि अब उनके पारंपरिक सहयोगी देश चीन (China), सऊदी अरब (Saudi Arabia), UAE, तुर्की (Turkey) और अज़रबैजान (Azerbaijan), भीख का कटोरा (Begging Bowl) लेकर आने वाले पाकिस्तान की छवि नहीं चाहते बल्कि वे अब व्यापार, नवाचार और विकास की उम्मीद रखते हैं।
शरीफ ने क्वेटा में सैन्य अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा: वे अब हमसे उम्मीद करते हैं कि हम वाणिज्य, रिसर्च, शिक्षा और लाभदायक क्षेत्रों में जुड़ें, न कि बार-बार मदद मांगते रहें। उन्होंने आर्मी चीफ फील्ड मार्शल असीम मुनीर (Field Marshal Asim Munir) के साथ मिलकर पाकिस्तान की आर्थिक चुनौतियों से बिना भीख लिए निपटने के संकल्प को भी दोहराया।
पाकिस्तान को अभी हाल ही में IMF के 37 महीने के Extended Fund Facility (EFF) प्रोग्राम के तहत $1 Billion (करीब ₹8,500 करोड़) की किश्त मिल गई है।
यह पैकेज 25 सितंबर 2024 को मंजूर किया गया था जिसकी कुल राशि $7 Billion है। अब तक $2.1 Billion की रकम पाकिस्तान को दी जा चुकी है। लेकिन भारत (India) ने IMF की इस किश्त पर आपत्ति जताई है। भारत का तर्क है कि यह रकम आतंकी गतिविधियों और क्रॉस-बॉर्डर टेररिज्म में उपयोग हो सकती है।
ARY News की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान अब अंतरराष्ट्रीय बैंकों से अतिरिक्त $4.9 Billion का कर्ज लेने की योजना बना रहा है क्योंकि वह 2024-25 के वित्तीय वर्ष का आर्थिक लक्ष्य हासिल करने में असफल रहा है।
भारत ने 7 मई को Pahalgam आतंकी हमले के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) लॉन्च किया था। इसमें Brahmos मिसाइल समेत लॉन्ग-रेंज हथियारों का इस्तेमाल कर पाकिस्तान के कब्जे वाले इलाकों में मौजूद आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया।
यह झड़प 10 मई तक चली जिसके दौरान पाकिस्तान की तरफ से भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले की कोशिश की गई लेकिन भारत की जबरदस्त जवाबी कार्रवाई में कई पाक सैन्य प्रतिष्ठान तबाह कर दिए गए। 10 मई की सुबह भारत के तीव्र हमलों के बाद पाकिस्तान को संघर्ष रोकने की गुहार लगानी पड़ी।
शरीफ ने अपने भाषण में यह भी कहा कि तुर्की और अज़रबैजान ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान का समर्थन किया था जिसे उन्होंने भाईचारे की भावना करार दिया।
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