पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को नेशनल असेंबली से अयोग्य घोषित कर दिया गया है। उनके खिलाफ यह कार्रवाई विदेशों से मिले गिफ्ट अवैध तरीके से घर ले जाने के मामले में हुई है।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ईसीपी) ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को अयोग्य घोषित कर दिया है। उनकी नेशनल असेंबली की सदस्य रद्द कर दी गई है। इसके साथ ही अब वे अपनी ही पार्टी पीटीआई के अध्यक्ष पद पर बने रहने लायक नहीं बचे हैं। इसके बाद पीएमएल (एन) ने इमरान खान पर हमला करते हुए उन्हें सर्टिफाइड चोर कहा है।
इमरान खान को अयोग्य घोषित किए जाने के बाद उनके समर्थक सड़क पर उतर आए हैं। इस्लामाबाद में चुनाव आयोग के दफ्तर के बाहर फायरिंग हुई है। कानून- व्यवस्था बनाए रखने के लिए अर्द्धसैनिक बलों के जवानों को सड़कों पर तैनात किया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इमरान की पार्टी के एक नेता के बॉडीगार्ड ने फायरिंग की थी। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। वह खैबर पख्तूनख्वा पुलिस का जवान है।
गिफ्ट बेचने के मामले में हुई कार्रवाई
इमरान खान के खिलाफ यह कार्रवाई विदेशों से मिले गिफ्ट को अवैध तरीके से अपने घर ले जाने के मामले में हुई है। पाकिस्तान के कानून के अनुसार अगर प्रधानमंत्री को दूसरे देश की यात्रा के दौरान वहां के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री या किसी और व्यक्ति से कोई गिफ्ट मिलता है तो उन्हें सारे गिफ्ट तोशाखाना (सरकारी खजाने) में जमा करना होता है। प्रधानमंत्री गिफ्ट की कीमत का एक हिस्सा चुकाकर उसे अपने घर ले जा सकते हैं।
इमरान ने विदेशों से मिले गिफ्ट करोड़ों रुपए में बेचे
इमरान पर आरोप है कि उन्होंने विदेशों से मिले महंगे गिफ्ट गलत तरीके से अपने घर ले गए और उन्हें करोड़ों रुपए में बेचकर पैसे अपने पास रख लिया। सत्तारूढ़ गठबंधन सरकार के सांसदों ने अगस्त में इमरान खान के खिलाफ एक मामला दायर किया था। इमरान पर तोशाखाना से रियायती दाम पर खरीदे गए गिफ्ट की बिक्री से हुई आय का खुलासा करने में विफल रहने के लिए उनकी अयोग्यता की मांग की थी।
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मामले की सुनवाई के बाद ईसीपी ने शुक्रवार को घोषणा की कि इमरान खान अब नेशनल असेंबली के सदस्य नहीं हैं। उनकी सीट खाली घोषित कर दी गई है। आयोग ने इमरान के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का भी फैसला किया है। बता दें कि 2018 में सत्ता में आए इमरान खान को आधिकारिक यात्राओं के दौरान अरब के देशों के शासकों से महंगे उपहार मिले थे। इमरान ने गिफ्ट पहले तोशाखाना में जमा किए फिर रियायती दाम में खरीदा और उसे भारी मुनाफे पर बेच दिया।
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