महंगाई V/s पाकिस्तानी: बाढ़ से पाकिस्तान का 'तेल' निकला, आखिर चल क्या रहा है, ये तस्वीर सबकुछ बयां करती है

विनाशकारी बाढ़(devastating floods) ने पाकिस्तान की हालात खराब कर दी है। हर चीज महंगी होती जा रही है। गनीमत है कि पड़ोसी मुल्कों ने सब्जियों की मदद करना शुरू कर दी है, जिससे प्याज-टमाटर के रेट गिरे हैं, लेकिन बाकी कई चीजों से किचन का गणित बिगाड़ दिया है। 

Amitabh Budholiya | Published : Sep 10, 2022 2:11 AM IST / Updated: Sep 10 2022, 07:48 AM IST

इस्लामाबाद. पाकिस्तान इस समय बहुत बुरे हालात से गुजर रहा है। विनाशकारी बाढ़(devastating floods) ने पाकिस्तान की हालात खराब कर दी है। हर चीज महंगी होती जा रही है। गनीमत है कि पड़ोसी मुल्कों ने सब्जियों की मदद करना शुरू कर दी है, जिससे प्याज-टमाटर के रेट गिरे हैं, लेकिन बाकी कई चीजों से किचन का गणित बिगाड़ दिया है। बाढ़ ने फसलें बर्बाद कर दी हैं। इससे अर्थव्यवस्था की कमर टूटने लगी है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष  (IMF) बढ़ती महंगाई के बीच पाकिस्तान में पहले ही विरोध और अस्थिरता की चेतावनी दे चुका है। जानिए कौन-सी चीजें महंगी और कौन सस्ती...

मुद्रास्फीति 42.7 प्रतिशत बढ़ी, हर चीज महंगा
पाकिस्तान सांख्यिकी ब्यूरो (Pakistan Bureau of Statistics-PBS) ने शुक्रवार को आंकड़े शेयर किए हैं। इसके हिसाब से 8 सितंबर को समाप्त सप्ताह के लिए संवेदनशील मूल्य सूचकांक (Sensitive Price Index-SPI) द्वारा मापी गई मुद्रास्फीति सालाना आधार(year-on-year&YoY) पर 42.7 फीसदी रही है। बाढ़ के कारण हुए नुकसान के बाद सब्जियों की कीमतों में उछाल के कारण पिछले सप्ताह में मुद्रास्फीति को 45.5 प्रतिशत YoY पर मापा गया था, जो अब तक का सबसे हाई लेवल है। क्लिक करके पढ़ें-संकट में याद आया भारत

हालांकि प्याज-आलू की कीमतों में आई गिरावट
आंकड़ों से पता चला है कि खाद्य कीमतों, विशेष रूप से प्याज और टमाटर की कीमतों में गिरावट के कारण मुद्रास्फीति सप्ताह-दर-सप्ताह 0.58 प्रतिशत घट गई है। SPI देश के 17 शहरों में 50 बाजारों के सर्वेक्षण के आधार पर 51 आवश्यक वस्तुओं की कीमतों पर नजर रखता है। हफ्तेभर के रिव्यू के दौरान 26 वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि हुई और नौ वस्तुओं की कीमतों में कमी आई, जबकि 16 वस्तुओं की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ। क्लिक करके पढ़ें- दुनिया के तीसरे बड़े अमीर से एक बड़ा प्रॉमिस लेकर गई हैं बांग्लादेश की PM शेख हसीना


प्याज: 41.99%
टमाटर: 8.11%
केले: 2.51%
पल्स मसूर:1.37%
वनस्पति घी (1 किलो): 0.55%


एलपीजी:10.66%
आटा: 4.15%
अंडे: 3.96%
रोटी: 3.27%
पल्स मूंग: 2.74%


टमाटर: 144.25%
डीजल: 114.08%
पेट्रोल: 98.73%
पल्स मसूर: 76.34%
कुकिंग ऑयल (5 लीटर): 67.99%

यह भी जानिए
हाल ही में हुई बारिश और बाढ़ ने देश के कई इलाकों में खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचाया है और इसके परिणामस्वरूप खाद्य कीमतों में वृद्धि हुई है। सरकार ने टमाटर और प्याज के आयात पर शुल्क और करों में छूट दी है ताकि कमी को कम किया जा सके। इस महीने की शुरुआत में सब्जियों से लदे 50 ट्रक ताफ्तान, चमन और तोरखम सीमा से पाकिस्तान में दाखिल हुए थे। पाकिस्तान अपने पड़ोसी देशों से मदद मांग रहा है।

बता दें कि मुद्रास्फीति(Inflation) या महंगाई दर समय के साथ किसी करेंसी की क्रय शक्ति में गिरावट है। यानी यह  एक पैमाना या मात्रात्मक अनुमान है, जिसमें देखा जाता है कि लोगों के सामान खरीदने की क्षमता में कितनी कमी या बढ़ोत्तरी हुई है। (दूसरी तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए पाकिस्तान में महंगाई की स्थिति बयां की गई है)

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