पाकिस्तान की सरकार में मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा है कि हमने आईएमएफ (International Monetary Fund) की धुन पर डांस किया, लेकिन इसके बाद भी पैसे नहीं मिले।
इस्लामाबाद। आर्थिक संकट का सामना कर रहे पाकिस्तान की स्थिति दिनोंदिन खराब होती जा रही है। पाकिस्तान की सरकार कर्ज के लिए आईएमएफ (International Monetary Fund) से बात कर रही है, लेकिन उसे पैसे नहीं मिल रहे हैं। इसके चलते सरकार की परेशानी बढ़ गई है।
आईएमएफ से कर्ज नहीं मिलने को लेकर पाकिस्तान के आंतरिक मामलों के मंत्री राणा सनाउल्लाह का दर्द छलका है। उन्होंने कहा है कि हमने आईएमएफ की धुन पर डांस किया, लेकिन पैसे नहीं मिल रहे हैं। आईएमएफ ने अपनी विस्तारित फंड सुविधा के तहत 6 बिलियन अमेरिकी डॉलर के बेलआउट पैकेज के लिए किश्त जारी नहीं किया है।
पक्ष में नहीं होने पर भी मानी शर्तें
एक सवाल के जवाब में सनाउल्लाह ने कहा कि सरकार ने आईएमएफ की शर्तें मानी। वे हमारे पक्ष में नहीं थे फिर भी हमने उनका पालन किया। आईएमएफ से निवेदन किया गया कि बेलआउट पैकेज के हिस्से को जल्द जारी किया जाए ताकि देश कठिन स्थिति में खुद को संभाल सके। पाकिस्तान इस समय आर्थिक मोर्चे पर बहुत कठिन परिस्थिति का सामना कर रहा है।
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सनाउल्लाह ने कहा कि देश की खातिर हमने कई कठिन फैसले लिए। इसके जरिए देश को बेहतरी की दिशा में ले जाया जाएगा। इमरान खान की पिछली सरकार के बारे में मंत्री ने कहा कि उनलोगों ने बदला लेने के अलावा कुछ नहीं किया। बता दें कि पाकिस्तान की सरकार की योजना इस साल 5.5 ट्रिलियन पाकिस्तानी रुपए कर्ज लेने की है।
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इस पैसे की मदद से पाकिस्तान अपना विदेशी मुद्रा भंडार मेनटेन रखेगा, पहले लिए गए कर्ज की किस्त चुकाएगा और चालू खाता घाटा को पूरा करेगा। इससे पहले 2022-23 के वार्षिक बजट के समय पाकिस्तान की सरकार ने कहा था कि उसे विदेशों से सिर्फ 3.17 ट्रिलियन पाकिस्तानी रुपए कर्ज लेने की जरूरत होगी। हालांकि बजट में आईएमएफ, सऊदी अरब और चीन से लिए जाने वाले कर्ज को शामिल नहीं किया गया था।