
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के विपक्षी दलों ने मिलकर प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan ) के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया है। इसके चलते इमरान की कुर्सी संकट में पड़ गई है। कुर्सी गंवाने के खतरे का सामना कर रहे इमरान खान बौखला गए हैं। वह विपक्षी पार्टियों के नेताओं को अपशब्द कह रहे हैं। विपक्ष पर किए जा रहे हमले में उन्होंने भारत को भी घसीट लिया है।
इमरान खान ने कहा कि तीनों विपक्षी नेता कठपुतली हैं। तीनों डकैत हैं। उन्होंने कहा कि वह एक "इनस्विंग यॉर्कर" से तीनों का विकेट ले लेंगे। खैबर पख्तूनख्वा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जब नवाज शरीफ सत्ता में थे तो उन्होंने कभी भी 'भारतीय प्रधानमंत्री जो उस समय पाकिस्तानी सेना को आतंकवादी कह रहे थे' के खिलाफ नहीं बोले।
इमरान खान ने कहा कि उन्होंने हमेशा उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए प्रार्थना की ताकि एक गेंद में तीन विकेट ले सकें। उन्होंने पीएमएल-एन के अध्यक्ष शहबाज शरीफ, पीपीपी के सह-अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी और जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान के बारे में ये बातें कहीं। इमरान ने कहा कि वे मुझसे कहते हैं कि अगर मैं उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों को बंद नहीं करता तो वे मेरी सरकार गिरा देंगे, लेकिन मैं उनसे कहता हूं कि अगर मुझे इसके लिए अपनी जान देनी पड़े तो भी मैं मामलों को बंद नहीं करूंगा। मैं आपके खिलाफ राजनीति नहीं कर रहा हूं, जिहाद लड़ रहा हूं।
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नवाज शरीफ ने कभी नहीं की भारतीय प्रधानमंत्री के खिलाफ बात
एक भारतीय मिसाइल के पाकिस्तान में घुसने की घटना का जिक्र करते हुए इमरान खान ने कहा कि जब नवाज शरीफ सत्ता में थे तो उन्होंने भारतीय प्रधानमंत्री के खिलाफ कभी बात नहीं की, जो उस समय पाकिस्तानी सेना को आतंकवादी कह रहे थे। इमरान खान ने कहा कि नवाज ने विदेश कार्यालय को भारत के खिलाफ बयान जारी नहीं करने का निर्देश दिया था। इमरान खान ने कहा, 'जिस नेता की संपत्ति विदेश में है, वह कभी भी ऐसी स्वतंत्र विदेश नीति नहीं बनाएगा जो देश और उसके अधिकारों की रक्षा पर केंद्रित हो। लेकिन न तो मैं कभी किसी के सामने झुका हूं और न ही अपनी सरकार को कभी किसी के सामने झुकने दूंगा।
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