प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के खिलाफ अभियान को सांप्रदायिक जनसंहार शासन बताया। कहा कि हजारों बलूच, हिंदुओं, सिखों और अहमदिया अल्पसंख्यकों की जिंदगियां तबाह की जा रही है। ये लोग अपनी ही भूमि में शरणार्थी बने हुए है।
लंदन। यूके (UK) में संसद रोड और पाकिस्तान हाईकमिश्नर रेजीडेंस के बाहर सैकड़ों की संख्या में बलूच और सिंध प्रवासियों ने पाकिस्तान (Pakistan) के विदेश मंत्री (foreign minister) शाह महमूद कुरैशी (Shah Mahmood Qureshi) का विरोध किया। महमूद कुरैशी तीन दिनों की यात्रा पर यूके (UK visit) गए हैं। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि ब्रिटेन (Britain) को पाकिस्तान को धन देना बंद कर देना चाहिए क्योंकि वहां एक क्रूर शासन द्वारा अपने असंतुष्टों को मारा जा रहा है और अल्पसंख्यकों को दबाया रहा है।
प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों द्वारा चलाए जा रहे उस खतरनाक अभियान के खिलाफ भी नारे लगाए जिसमें सवाल करने की हिम्मत करने वाले लोगों, पत्रकारों, राजनीतिक कार्यकर्ताओं का अपहरण कर लिया जा रहा है।
प्रदर्शनकारियों का आरोप, अपनी ही धरती पर बनें शरणार्थी
प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के खिलाफ अभियान को सांप्रदायिक जनसंहार शासन बताया। कहा कि हजारों बलूच, हिंदुओं, सिखों और अहमदिया अल्पसंख्यकों की जिंदगियां तबाह की जा रही है। ये लोग अपनी ही भूमि में शरणार्थी बने हुए है।
पहली बार पाकिस्तान के किसी मंत्री का विरोध
प्रदर्शनकारियों ने अफगानिस्तान में पाकिस्तान की दोहरी भूमिका पर अपनी चुप्पी के बारे में ब्रिटिश सरकार और उसके सांसदों से औपचारिक रूप से शिकायत करने का इरादा व्यक्त किया, जो एक मानवीय संकट में बदल रहा है।
यात्रा पर आए विदेश मंत्री के खिलाफ व्यापक विरोध अभूतपूर्व है क्योंकि लंदन ने कभी भी पाकिस्तानी प्रवासी द्वारा देश के दौरे पर आए प्रतिनिधिमंडल के खिलाफ इस पैमाने पर कुछ भी नहीं देखा है।
पाकिस्तान उच्चायुक्त आवास पर भी प्रदर्शन
इससे पहले, लंदन (london) में पाकिस्तान के उच्चायुक्त के आवास के बाहर बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी एकत्र हुए थे और रविवार को पाकिस्तान सरकार के खिलाफ नारेबाजी की थी।
यह विरोध पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी की यूनाइटेड किंगडम (United Kingdom) की आधिकारिक यात्रा के बीच आयोजित किया गया था।
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