
पाकिस्तान लेटेस्ट न्यूज। पाकिस्तान से एक बड़ी खबर सामने आई है। India Today की रिपोर्ट के मुताबिक लाहौर में सरबजीत सिंह की जेल में हत्या करने वाले अमीर सरफराज की अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी है।सरफराज वहीं आदमी ने जिसने सरबजीत सिंह की जेल में गला घोंटकर मौत के घाट उतार दिया था। सरबजीत सिंह पंजाब के तरनतारन का रहने वाला था। वो गलती से साल 1990 में सीमा पर पाकिस्तान चले गए थे, जहां पर पड़ोसी मुल्क के जवानों ने गिरफ्तार कर लिया और जासूसी के झूठे आरोप लगा दिए।
इसके बाद उन्हें साल 1991 में लाहौर और फैसलाबाद में हुए बम धमाके के मुख्य आरोपी बता कर मौत के सजा सुना दी गई। हालांकि, बाद में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के कहने पर अमीर सरफराज लखपत जेल के अंदर साल 2013 में ईंटों, तेज धातु की चादरों, लोहे की छड़ों और ब्लेड से हमला करने के बाद मौत के घाट उतार दिया था।
सरबजीत सिंह के हत्यारों को किया गया बरी
दिसंबर 2018 में एक पाकिस्तानी अदालत ने सरबजीत सिंह की हत्या के मामले में दो प्रमुख संदिग्धों - अमीर सरफराज उर्फ तांबा और मुदस्सर को उनके खिलाफ सबूतों की कमी का हवाला देते हुए बरी कर दिया। सभी गवाहों के मुकर जाने के बाद लाहौर सेशन कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया। एक अधिकारी ने कहा, "अदालत में दोनों संदिग्धों के खिलाफ एक भी गवाह ने गवाही नहीं दी। अदालत ने उनके खिलाफ सबूतों के अभाव में उन्हें बरी कर दिया।"मौत की सजा पाए दो पाकिस्तानी कैदियों आमिर और मुदस्सर ने 2013 में लाहौर की कोट लखपत जेल में 49 वर्षीय सिंह पर हमला किया, जिससे उनकी मौत हो गई।
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