
पेरिस. फाइनैंशल ऐक्शन टास्ट फोर्स (एफएटीएफ) ने पाकिस्तान को कड़े निर्देश दिए हैं। एफएटीएफ ने पाकिस्तान से फरवरी 2020 तक पूरा ऐक्शन प्लान तैयार करने और उस पर आगे बढ़ने के लिए कहा है। अगर पाकिस्तान ऐसा करने में असफल रहता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की चाहिए।
आतंकवाद को फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग केस से जुड़े मामलों को रोकने में पाकिस्तान नाकाम साबित हुआ। हालांकि, चीन, तुर्की और मलेशिया के सपोर्ट के कारण पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में ही बरकरार है।
पाकिस्तान को अक्टूबर तक का समय दिया था
36 देशों वाले एफएटीएफ चार्टर के अनुसार किसी भी देश को ब्लैकलिस्ट में नहीं डालने के लिए कम से कम तीन देशों के समर्थन की जरूरत होती है। बता दें कि पाकिस्तान फिलहाल 'ग्रे लिस्ट' (वॉच लिस्ट) में है और वो इससे बाहर आने की कोशिश में जुटा है। मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकी फंडिंग के खिलाफ कार्रवाई पूरी करने के लिए एफएटीएफ ने पाकिस्तान को अक्टूबर तक का समय दिया था।
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