
India-Ghana Bilateral Agreements: अफ्रीकी देश घाना की यात्रा पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुधवार को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना’ से नवाजा गया। यह सम्मान उन्हें द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और वैश्विक मंचों पर घाना के साथ सहयोग को बढ़ावा देने के लिए प्रदान किया गया।
इस सम्मान को प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के लिए गर्व का क्षण बताते हुए कहा, “घाना से सम्मानित होना मेरे लिए अत्यंत गर्व की बात है। यह हमारे आपसी विश्वास और दोस्ती का प्रतीक है।” इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी और घाना के राष्ट्रपति जॉन महामा के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक हुई, जिसके बाद दोनों देशों ने चार महत्वपूर्ण समझौतों (MoUs) पर हस्ताक्षर किए।
भारत और घाना ने आपसी सहयोग को और मजबूत करने के लिए चार महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। इन समझौतों का उद्देश्य दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक, आर्थिक, शैक्षिक और प्रशासनिक क्षेत्रों में साझेदारी को बढ़ावा देना है। ये समझौते भारत और घाना के रिश्तों को एक नई दिशा देंगे और आपसी समझ और सहयोग को बढ़ाएंगे।
पहला समझौता कला, संगीत, नृत्य, साहित्य और सांस्कृतिक विरासत पर केंद्रित कार्यक्रमों के माध्यम से भारत और घाना के बीच आपसी समझ को प्रोत्साहित करने पर जोर देता है। इस समझौते के तहत दोनों देश संयुक्त सांस्कृतिक आयोजनों, प्रदर्शनियों औरकार्यक्रमों का आयोजन करेंगे। इससे दोनों देशों की सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करेंगे।
दूसरा समझौता भारतीय मानक ब्यूरो और घाना स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी के बीच प्रमाणन और गुणवत्ता नियंत्रण के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए है। इस समझौते के तहत भारत और घाना मिलकर यह तय करेंगे कि चीजों की गुणवत्ता कैसी हो, उन्हें एक जैसा मानदंड कैसे दिया जाए और सही तरीके से उनकी जांच कैसे की जाए। इससे दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा मिलेगा।
तीसरा समझौता घाना के इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रेडिशनल एंड अल्टरनेटिव मेडिसिन (ITAM) और भारत के इंस्टीट्यूट ऑफ टीचिंग एंड रिसर्च इन आयुर्वेद (ITRA) के बीच शिक्षा, प्रशिक्षण और अनुसंधान में साझेदारी पर केंद्रित है।
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दोनो देशों के बीच सहयोग की समीक्षा करने और शीर्ष स्तर की बातचीत को नियमित रूप से जारी रखने के लिए एक स्थायी मंच की स्थापना की जाएगी।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 से 9 जुलाई 2025 तक घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया की राजकीय यात्रा पर हैं। यह अब तक की उनकी सबसे लंबी विदेश यात्रा मानी जा रही है। पीएम मोदी की ये यात्रा भारत की वैश्विक कूटनीति को नई दिशा देने वाली साबित हो सकती है।
इस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ब्राजील में 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे, जहां वह ब्रिक्स देशों के नेताओं के साथ आर्थिक, रणनीतिक और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे। इसके अलावा, वे सभी पांचों देशों में द्विपक्षीय बैठकों के जरिए भारत के साथ सहयोग को मजबूत करने पर जोर देंगे।
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