ब्रिटेन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आज होगा ऐतिहासिक व्यापार समझौता, जानें इससे क्या होगा फायदा?

Published : Jul 24, 2025, 07:59 AM ISTUpdated : Jul 24, 2025, 09:14 AM IST
ब्रिटेन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

सार

PM Modi London Visit: भारत और ब्रिटेन ने ने मई में उस बहुप्रतीक्षित मुक्त व्यापार समझौते यानी कि FTA पर बातचीत पूरी कर ली है, जिस पर पिछले तीन साल से रुक-रुक कर बातचीत चल रही थी। 

DID YOU KNOW ?
डाक टिकट वाला पहला देश
डाक टिकटों का इस्तेमाल करने वाला ब्रिटेन पहला देश था। 1840 में महारानी विक्टोरिया की तस्वीर वाला "पेनी ब्लैक" टिकट जारी किया था।

PM Modi London Visit: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिटेन की यात्रा पर हैं. इस अहम यात्रा के दौरान गुरवार को भारत और ब्रिटेन ऐतिहासिक फ्री ट्रेड एग्रीमेंट यानी मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे. इस समझौते की घोषणा पहले ही हो गई थी।

यह समझौता दोनों देशों के बीच व्यापार को देगा बढ़ावा

यह समझौता दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा देगा और टेक्सटाइल, व्हिस्की, कार जैसे सामानों पर टैरिफ कम करेगा। इस समझौते से भारत और ब्रिटेन के सामानों की एक दूसरे के बाज़ारों में पहुंच आसान होगी। इसी साल मई में दोनों देशों ने तीन साल तक रुक-रुक कर चली बातचीत के बाद इस समझौते को अंतिम रूप दिया था।

टैरिफ को लेकर खड़े किए विवाद

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ को लेकर कई विवाद खड़े किए हैं। इस वजह से भी दोनों देशों ने इस समझौते को जल्द पूरा करने की कोशिश की। भारत और ब्रिटेन दुनिया की पांचवीं और छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं। इन दो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच हुए इस सझौते का मकसद साल 2040 तक 25.5 बिलियन 34 बिलियन डॉलर तक व्यापार को पहुंचाना है।

ब्रिटिश संसद और भारत की केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी के बाद होगा लागू

यह समझौता ब्रिटिश संसद और भारत की केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी के बाद लागू होगा। ये प्रक्रिया संभवतः एक साल के भीतर पूरी होगी। ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने कहा, "भारत के साथ यह व्यापार समझौता ब्रिटेन के लिए बड़ी जीत है। यह ब्रिटेन में हजारों नौकरियां पैदा करेगा, व्यवसायों के लिए नए अवसर खोलेगा और विकास को बढ़ावा देगा।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साल 2014 में भारत की सत्ता में आए थे।प्रधानमंत्री के रूप में उनकी चौथी ब्रिटेन यात्रा के दौरान ये समझौता अंतिम रूप ले रहा है। भारत और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री इस वार्ता के दौरान जलवायु परिवर्तन और अंतरराष्ट्रीय अपराध से निपटने में सहयोग को मजबूत करने के लिए एक रणनीतिक साझेदारी पर भी हस्ताक्षर करेंगे।

99% भारतीय निर्यातों को ब्रिटेन में शून्य टैरिफ का मिलेगा लाभ

इस फ्री ट्रेड एग्रीमेंट के तहत स्कॉच व्हिस्की पर टैरिफ तुरंत 150% से घटकर 75% हो जाएगा और अगले दस सालों में यह 40% तक कम हो जाएगा। कारों पर भारत 100% से अधिक के टैरिफ को कोटा सिस्टम के तहत 10% तक कम करेगा। इसमें भी धीरे-धीरे और कटौती की जाएगी। इसके बदले में, भारतीय निर्माताओं को इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों के लिए ब्रिटिश बाजार में कोटा सिस्टम के तहत पहुंच मिलेगी। भारतीय वाणिज्य मंत्रालय के अनुसार, 99% भारतीय निर्यातों को ब्रिटेन में शून्य टैरिफ का लाभ मिलेगा, खासकर टेक्सटाइल पर। वहीं इस समझौते के तहत ब्रिटेन को अपने 90% टैरिफ लाइनों पर कमी मिलेगी। यह समझौता 2020 में ब्रिटेन के यूरोपीय संघ छोड़ने के बाद का सबसे महत्वपूर्ण व्यापार समझौता है। हालांकि, 2040 तक

4.8 बिलियन पाउंड की वृद्धि का अनुमान

ब्रिटिश अर्थव्यवस्था में 4.8 बिलियन पाउंड की वृद्धि का अनुमान है। इसकी तुलना अगर 2024 में 2.6 ट्रिलियन पाउंड के सकल घरेलू उत्पाद से करें तो यह काफी कम है। ब्रिटिश अर्थव्यवस्था की रफ्तार कम हो रही है। यह समझौता अस्थायी व्यापारिक यात्रियों के लिए आसान पहुंच की सुविधा भी देगा। हालांकि इसमें वीजा शामिल नहीं है।

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भारत और ब्रिटेन के बीच व्यापार के नए रास्ते खुलने के आसार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्रिटेन यात्रा के दौरान होने जा रहा ये समझौता भारत और ब्रिटेन के बीच व्यापार के नए रास्ते खोलेगा। भारत ने व्यापार को बढ़ावा देने के लिए हाल के सालों में जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, एशियान देशों और मध्य पूर्व के कई देशों के साथ कारोबारी समझौते किए हैं। भारत तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था के साथ-साथ एक बड़ा बाजार भी है। ऐसे मुक्त व्यापार समझौते से भारत के बाजार तक भी विदेशी सामानों की पहुंच आसान होती है।

वहीं भारत के सामानों को कम टैक्स दर पर दुनिया के बाजारों में जगह मिलती है। हालांकि अमेरिका के साथ अभी भारत का ऐसा मुक्त व्यापार समझौता नहीं हुआ है। इसे लेकर भी वार्ता चल रही है।

 

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