प्रधानमंत्री कार्यालय ने बैठक की तस्वीरें साझा कीं हैं। फोटो में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी मौजूद थे।
नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को जापान के हिरोशिमा में जी 7 शिखर सम्मेलन के मौके पर यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की से मुलाकात की है। पिछले साल फरवरी में यूक्रेन और रूस युद्ध के बाद से दोनों नेताओं के बीच यह पहली आमने-सामने की मीटिंग है। वे पहले सिर्फ वर्चुअली बात करते थे। प्रधानमंत्री कार्यालय ने बैठक की तस्वीरें साझा कीं हैं। फोटो में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी मौजूद थे। दरअसल, वैश्विक शक्तिशाली ग्रुप जी-7 के अध्यक्ष जापान के आमंत्रण पर पीएम मोदी और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की शिखर सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे हैं।
हमारी क्षमता में जो कुछ भी होगा वह निश्चित रूप से करेंगे
इस मीटिंग के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि यूक्रेन में युद्ध पूरी दुनिया के लिए एक बड़ा मुद्दा है। इसने दुनिया को कई तरह से प्रभावित किया लेकिन मैं इसे राजनीतिक या आर्थिक मुद्दा नहीं मानता। मेरे लिए यह मानवता और मानवीय मूल्यों का मुद्दा है। आप हम सभी से बेहतर युद्ध की पीड़ा जानते हैं। जब हमारे बच्चे पिछले साल यूक्रेन से लौटे और वहां के हालात सुनाए तो मैं आपके नागरिकों की पीड़ा को अच्छी तरह समझ सकता था। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि भारत, और मैं व्यक्तिगत रूप से, इस स्थिति को हल करने के लिए हमारी क्षमता में जो कुछ भी होगा वह निश्चित रूप से करेंगे।
पीएम मोदी तीन देशों की यात्रा पर हैं...
पीएम मोदी अपने तीन देशों के दौरे के हिस्से के रूप में जी 7 शिखर सम्मेलन में तीन सत्रों में भाग लेने के लिए जापानी शहर हिरोशिमा पहुंचे हैं। यहां शिखर सम्मेलन के बाद वह पापुआ न्यू गिनी और ऑस्ट्रेलिया भी जाएंगे।
शक्तिशाली देशों के रूस पर प्रतिबंध के बावजूद भारत लगाकार व्यापार कर रहा
यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद दुनिया के पश्चिमी देशों ने रूस पर तमाम तरह के प्रतिबंध लगा दिए हैं। पश्चिम देशों से जुड़े देश भी रूस के खिलाफ खड़े हुए हैं लेकिन भारत ने रूस के साथ अपने व्यापारिक संबंध हमेशा की तरह जारी रखे हुए है। भारत लगातार यूक्रेन व रूस से बातचीत के जरिए मसले को सुलझाने की अपील भी करता रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी लगातार यह कह रहे कि दोनों देशों के बीच संघर्ष की समाप्ति के साथ बातचीत और कूटनीति से मसले को हल किया जाना चाहिए। भारत किसी भी शांति वार्ता के लिए सहयोग के लिए हर पल तैयार है।
यूक्रेन-रूस संघर्ष शुरू होने के बाद हाइलेवल प्रतिनिधिमंडल कर चुका भारत यात्रा
पूर्वी यूरोपीय देश में संघर्ष शुरू होने के बाद यूक्रेन से भारत की पहली उच्च-स्तरीय यात्रा में यूक्रेन की प्रथम उप विदेश मंत्री एमीन दझापरोवा ने पिछले महीने भारत का दौरा किया था। अपनी यात्रा के दौरान दज़ापरोवा ने विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी को राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की की ओर से पीएम मोदी को लिखा एक पत्र सौंपा।
पिछले साल 4 अक्टूबर को राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के साथ फोन पर बातचीत में पीएम मोदी ने कहा कि कोई सैन्य कार्रवाई समाधान नहीं हो सकता है। भारत किसी भी शांति प्रयासों में योगदान देने के लिए तैयार है। पीएम ने युद्ध शुरू होने के बाद से कई बार रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी बात की है।
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