'भारत जिस तरह दुनिया में डॉमिनेट कर रहा है, उसे देखकर हम पहले ही समझ चुके थे कि कतर उसके नौसैनिकों को छोड़ेगा। भारत एक बेहद शक्तिशाली देश है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मैजिक हर जगह देखने को मिल रहा है।'
वर्ल्ड डेस्क : इस वक्त UAE मोदीमय हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के दो दिवसीय दौरे की हर तरफ चर्चा हो रही है। एक तरफ यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से कई समझौते पर हस्ताक्षर तो दूसरी तरफ पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन कर पीएम मोदी ने बता दिया है कि उनका यह दौरा दोनों देशों के लिए कितना महत्वपूर्ण है। इसके बाद पीएम मोदी कतर भी जाएंगे। जहां की सरकार ने हाल ही में जेल में बंद आठ पूर्व नौसैनिकों को रिहा कर दिया है। एक ही हफ्ते में दो मुस्लिम देशों के बीच भारत की पैठ देखकर पाकिस्तान भी पीएम मोदी का मुरीद हो गया है। उनकी जमकर तारीफ हो रही है।
'भारत का बढ़ रहा दबदबा'
पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी एक्सपर्ट और बिजनेसमैन साजिद तरार ने पीएम मोदी के मुस्लिम देशों के दौरे की तारीफ करते हुए कहा, 'भारत जिस तरह दुनिया में डॉमिनेट कर रहा है, उसे देखकर हम पहले ही समझ चुके थे कि कतर उसके नौसैनिकों को छोड़ेगा।' इस्लामाबाद बेस्ड एकेडमिक और रणनीतिक विश्लेषक डॉ. कमर चीमा के साथ हुए एक इंटरव्यू में साजिद तरार ने कहा कि 'कुछ दिन पहले ही एक खबर आई थी कि अमेरिका अब भारत को ड्रोन नहीं देगा। इस पर रोक लगा दी गई है, तब भी मैंने कहा था कि अमेरिका भारत को ड्रोन देगा और अगले ही दिन यह खबर भी आ गई। इसकी वजह अमेरिका में भारतीय प्रवासी, भारत की इकॉनमी, वैज्ञानिक उपलब्धियों का इन्फलुएंस, भारत में कानून और चीन का नीचे जाना है।'
'भारत एक बेहद ही शक्तिशाली देश'
साजिद तरार ने कहा कि 'भारत एक बेहद शक्तिशाली देश है। अमेरिका में यहूदी लॉबी के बाद सबसे ज्यादा प्रभावी अभी भारतीय ही हैं। यह भी हो सकता है कि इंडियन लॉबी यहूदी लॉबी से भी ज्यादा मजबूत हो। भारत का सबसे बड़ा हथियार कंप्यूटर पर उनका स्किल, IIT और IIM जैसे संस्थान हैं। इसकी वजह से आज पूरी दुनिया भारत ने जीत ली है।'
कतर ने भारतीय नौसैनिकों को क्यों छोड़ा
साजिद तरार ने आगे कहा कि, 'पीएम मोदी का यह 7वां UAE दौरा है। इसे उनका चुनावी कैंपेन भी माना जाना चाहिए। यूएई जाकर वहां मंदिर का उद्घाटन करना उनकी बड़ी उपलब्धि मानी जाएगी।' भारत और कतर के बीच अहम ट्रेड डील को लेकर साजिद तरार ने कहा कि, 'कतर में फंसे भारतीय नौसैनिकों की घर वापसी और तुरंत बाद पीएम मोदी का कतर दौरा चर्चाओं में है। अब सवाल कि आठों नेवी नौसैनिकों को कतर ने आखिर कैसे छोड़ दिया? इसके पीछे सबसे बड़ा कारण ट्रेड है। उसके क्षेत्र के 7 मुल्कों ने पहले ही नरेंद्र मोदी को सर्वोच्च नागरिक सम्मान पुरस्कार से सम्मानित किया है। इन देशों में 90 लाख से ज्यादा प्रवासी भारतीय रहते हैं और 85 बिलियन डॉलर का व्यापार हो रहा है।'
किस डील पर कतर ने भारतीय नौसैनिकों को छोड़ा
इसे लेकर साजिद तरार कहते हैं कि 'मौजूदा समय में भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक है। भारत ने कतर को इसका बहुत बड़ा कॉन्ट्रैक्ट दिया है। साल 2048 तक भारत कतर से गैस आयात करता रहेगा। जिसकी कुल वैल्यू 78 बिलियन डॉलर है। अब जब इतनी बड़ी डील होगी तो क्या कोई भारत के कैदियों को रख सकता है।'साजिद तरार ने कहा, हालांकि, भारत के विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने ये नहीं बताया कि उन्हें कैसे छोड़ा गया लेकिन मीडिया रिपोर्टे की माने तो साल में दो बार कतर के अमीर आम जनता को माफी देते हैं। मोदी खुद कतर गए थे और उन्होंने अपील की थी कि इस मामले को गंभीरता से लिया जाए या फिर हो भी सकता है कि अदालत से माफी मिली हो।'
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