
सिओल/नई दिल्ली। दक्षिण कोरियाई पुलिस ने वहां के राष्ट्रपति यून सुक योल के ऑफिस पर छापेमारी की है। बता दें कि इससे पहले 9 दिसंबर को दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति योल के देश छोड़ने पर बैन लगा दिया गया था। साउथ कोरिया की मिनिस्ट्री ऑफ जस्टिस के मुताबिक, राष्ट्रपति यून ने मार्शल लॉ लागू किया था, जिसके चलते उनके खिलाफ जांच शुरू की गई। इसलिए उन्हें जांच चलने तक किसी भी हाल में देश छोड़ने या विदेश यात्रा की परमिशन नहीं होगी।
बता दें कि साउथ कोरिया के राष्ट्रपति यून ने 3 दिसंबर की रात को अचानक मार्शल लॉ घोषित कर दिया था। इसके बाद संसद में स्पेशल फोर्स और हेलिकॉप्टर भेजे गए थे। हालांकि, विपक्ष के अलावा उन्हीं की पार्टी के सांसदों ने उनके इस आदेश को दरकिनार करके हुए उन्हें अपना फैसला वापस लेने के लिए मजबूर किया।
वहीं, दक्षिण कोरिया में विपक्ष यून को सत्ता से बेदखल करने के लिए उनके खिलाफ संसद में महाभियोग प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रहा है। इसी के चलते उनके अचानक लिए गए फैसले की जांच की जा रही है। इसके साथ ही राजधानी सियोल में लोग उनके खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं। यून को हटाने के लिए लोग जमकर विरोध-प्रदर्शन और नारेबाजी कर रहे हैं। बता दें कि राष्ट्रपति रहने के बाद भी यून सुक योल और उनके करीबी लोगों के खिलाफ कई मामलों में जांच चल रही है।
मार्शल लॉ 6 घंटे तक चला, लेकिन इससे दक्षिण कोरिया में पॉलिटिकल संकट गहरा गया था। सांसदों और नागरिकों ने यून को राष्ट्रपति पद से हटाने की मांग की, जिससे मजबूरी में उन्हें अपना फैसला वापस लेना पड़ा। इसके बाद से ही साउथ कोरिया की सड़कों पर लोग उग्र प्रदर्शन कर उनके खिलाफ महाभियोल गाने की मांग पर अड़े हैं।
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