पाकिस्तान में प्रधानमंत्री इमरान खान सरकार (Imran Khan government) के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव(no-confidence motion) पर इस्लामाबाद स्थित नेशनल असेंबली में वोटिंग की कार्यवाही चल रही है। बता दें कि 8 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर नेशनल असेंबली बहाल कर दी गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार रात 10 बजे से पहले प्रस्ताव पर वोटिंग कराने का आदेश दिया था।
इस्लामाबाद. पाकिस्तान के राजनीतिक संकट (Pakistan Political Crisis) पर तमाम देशों की नजर है। पाकिस्तान में प्रधानमंत्री इमरान खान सरकार (Imran Khan government) के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव (no-confidence motion) पर इस्लामाबाद स्थित नेशनल असेंबली में वोटिंग की कार्यवाही के बाद इमरान खान सरकार गिर गई। विपक्ष ने इमरान सरकार के खिलाफ 174 वोट किए। बता दें कि 8 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर नेशनल असेंबली बहाल कर दी गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार बीतने के पहले प्रस्ताव पर वोटिंग कराने का आदेश दिया था।
इमरान खान ने बुलाई कैबिनेट की बैठक
प्रधानमंत्री इमरान खान ने आज संघीय कैबिनेट की विशेष बैठक बुलाई है। प्रधानमंत्री एक विशेष बैठक की अध्यक्षता करेंगे जहां अहम फैसले लिए जाने हैं। गौरतलब है कि यह खबर ऐसे समय आई है जब अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के लिए नेशनल असेंबली की अहम बैठक चल रही है। पहले यह बताया गया था कि सरकार की रणनीति कार्यवाही को बाधित करने और "विदेशी साजिश" पर सांसदों के लंबे भाषणों के माध्यम से मतदान में देरी करने की है।
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बता दें कि इमरान खान की पार्टी पीटीआई(Pakistan Tehreek-e-Insaf ) को 142 मेंबर्स का समर्थन प्राप्त है जबकि विपक्ष के पास 199 है। सरकार के लिए जादुई आंकड़ा 172 है। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए पाकिस्तान के विदेश मंत्री और PTI नेता शाह महमूद कुरैशी ने कहा- सरकार के ख़िलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव लाना विपक्ष का संवैधानिक अधिकार है और इसका बचाव करना सरकार का कर्तव्य है।शुरुआती कार्यवाही सिर्फ 20 मिनट चल पाई। अध्यक्ष असद कैसर ने सत्र स्थगित करने का फैसला किया। विलंबित सत्र दोपहर 2:30 बजे फिर से शुरू हुआ और विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अपना भाषण जारी रखा। स्पीकर ने सत्र को दोपहर 12:30 बजे तक के लिए टाल दिया था, लेकिन ब्रेक को बढ़ा दिया गया था। रात 8 बजे के बाद सदन की कार्यवाही शुरू हुई, लेकिन कुछ देर बाद ही इसे रात 10 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
सदन में पीटीआई के असंतुष्ट सदस्य नूर आलम खान ने इमरान खान का मजाक बनाते हुए कहा-घबराना नहीं है। इस बीच विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ ने इमरान खान सरकार पर अपनी भड़ास निकाली। उन्होंने कहा कि इमरान खान के गैरकानूनी काम को सुप्रीम कोर्ट ने रद्द किया है। इस पर इमरान सरकार के मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने जवाब दिया कि विपक्ष एकजुट होकर साजिश कर रहा है।
इधर, नई सरकार में पीपीपी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी(PPP Chairman Bilawal Bhutto-Zardari)को विदेश मंत्री के रूप में नियुक्त किए जाने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि हालांकि एक विदेशी मीडिया को दिए इंटरव्यू में 33 वर्षीय राजनेता ने कहा कि मंत्री पद के संबंध में निर्णय उनकी पार्टी द्वारा लिया जाएगा।
जानिए पाकिस्तान की पॉलिटिक्स में कब-क्या हुआ
28 नवंबर, 2021- पीपीपी के दिग्गज नेता खुर्शीद शाह ने संसद में इन-हाउस बदलाव का संकेत देते हुए कहा कि विपक्ष के पास पीएम इमरान खान को बाहर करने के लिए पर्याप्त संख्या है।
24 दिसंबर, 2021-पीएमएल-एन नेता अयाज सादिक ने संकेत दिया था कि विपक्ष आंतरिक बदलाव की तैयारी कर रहा है।
11 जनवरी, 2022 - पीएमएल-एन के दिग्गज ख्वाजा आसिफ ने कहा कि सरकार बहुमत खो चुकी है; एक आंतरिक परिवर्तन किया जाएगा।
18 जनवरी, 2022 - पीपीपी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी(PPP Chairman Bilawal Bhutto-Zardari) ने कहा कि सीनेट अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव सरकार को बाहर नहीं करेगा; विपक्ष पीएम को घर भेजना चाहता है।
21 जनवरी, 2022-अयाज सादिक ने कहा कि विपक्ष पीएम के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए तैयार है, लेकिन समय बाद में तय होगा।
7 फरवरी, 2022-पीएमएल-एन, पीपीपी ने आधिकारिक तौर पर इमरान खान की सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की। इसमें पीएमएल-एन के अध्यक्ष शाहबाज शरीफ ने कहा कि पार्टी सुप्रीमो नवाज शरीफ के नेतृत्व में पीएमएल-एन इस कदम के लिए तैयार है। इसके तत्काल बाद दोनों पक्षों ने विपक्षी दलों और सरकारी सहयोगियों से संपर्क करना शुरू कर दिया था।
8 फरवरी, 2022 - शाहबाज ने एमक्यूएम-पी को पीएम के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का विकल्प प्रस्तुत किया।
11 फरवरी, 2022-पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने विपक्ष की ओर से पीएम के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की घोषणा की।
14 फरवरी, 2022-विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि सरकार अविश्वास प्रस्ताव को राजनीतिक रूप से चुनौती देगी।
23 फरवरी, 2022- इमरान खान रूस की यात्रा के लिए रवाना हुए, तो रक्षा मंत्री परवेज खट्टक को विश्वास था कि अविश्वास प्रस्ताव पेश नहीं किया जाएगा।
8 मार्च, 2022 - विपक्ष ने आखिरकार पीएम इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया।
9 मार्च, 2022 - पीएम इमरान खान ने कहा कि पीपीपी के सह-अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी उनका टार्गेट थे। वे चाहते थे कि विपक्ष उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए।
10 मार्च 2022 - सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि सशस्त्र बल(armed forces) सरकार के साथ है।
11 मार्च, 2022 - शेख रशीद ने कहा कि संसद भवन और संसद लॉज की सुरक्षा अर्धसैनिक रेंजर्स और फ्रंटियर कॉर्प्स (FC) को सौंपी जाएगी, जिस दिन नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान होगा।
12 मार्च, 2022-नवाज शरीफ और असंतुष्ट पीटीआई नेता अलीम खान ने लंदन में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की।
27 मार्च 2022-पीएम इमरान खान ने दावा है कि विपक्ष का अविश्वास कदम एक "विदेशी वित्त पोषित साजिश" का हिस्सा है।
28 मार्च 2022- नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता शाहबाज शरीफ ने पीएम इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया।
31 मार्च 2022 - पीएम इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए नेशनल असेंबली का सत्र 3 अप्रैल तक के लिए स्थगित कर दिया गया
2 अप्रैल 2022 - अविश्वास प्रस्ताव की पूर्व संध्या पर, पीएम इमरान खान ने युवाओं से विदेशी साजिश के खिलाफ विरोध करने का आह्वान किया।
3 अप्रैल 2022 - NA के उपाध्यक्ष कासिम सूरी ने अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया। इसे "असंवैधानिक" करार दिया और कार्यवाही समाप्त कर दी। सुप्रीम कोर्ट ने राजनीतिक स्थिति का स्वत: संज्ञान लिया।
7 अप्रैल 2022 - सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल असेंबली को बहाल किया। नेशनल असेम्बली अध्यक्ष असद कैसर को शनिवार को विधानसभा सत्र बुलाने का आदेश दिया।
8 अप्रैल 2022- अविश्वास प्रस्ताव पर सदन में मतदान होने के ठीक एक दिन पहले, पीएम ने कहा कि वह "विदेशी सरकार" की स्थापना को बर्दाश्त नहीं करेंगे।