ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिये बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्राजील की राजधानी पहुंच गये। इस दौरान प्रधानमंत्री रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ भी अलग से द्विपक्षीय बैठकें करेंगे। जिसमें वह विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
ब्राजील. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिये बुधवार को ब्राजील की राजधानी पहुंच गये। सम्मेलन में आतंकवाद रोधी सहयोग के लिये तंत्र बनाने और विश्व की पांच बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के साथ भारत के संबंध मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। प्रधानमंत्री 11 वें ब्रिक्स सम्मेलन से इतर ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो के साथ बैठक करेंगे और द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा करेंगे। प्रधानमंत्री के बुधवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ भी अलग से द्विपक्षीय बैठकें करने का कार्यक्रम है।
इन मुद्दों पर रहेगा फोकस
ब्रिक्स विश्व की पांच उभरती अर्थव्यवस्थाओं का समूह है जिसमें ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं। मोदी ने अपनी रवानगी के बयान में कहा कि सम्मेलन के दौरान विश्व के इन पांचों देशों का लक्ष्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवोन्मेष में उनके सहयोग को मजबूत करना होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि पांचों देश ब्रिक्स के ढांचे के दायरे में डिजिटल अर्थव्यवस्था पर सहयोग बढ़ाने और आतंकवाद रोधी सहयोग के लिये तंत्र बनाने पर भी गौर करेंगे। यह छठा मौका है जब मोदी ब्रिक्स सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। वह ब्रिक्स व्यापार मंच समापन समारोह और ‘क्लोज्ड’ सत्र (जिसमें सिर्फ ब्रिक्स सदस्य देशों के प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे) तथा सम्मेलन के पूर्ण सत्र में भी शरीक होंगे। इसके बाद ब्रिक्स का पूर्ण सत्र होगा जिसमें सदस्य देशों के नेता ब्रिक्स समाजों के आर्थिक विकास के लिये अंत:-ब्रिक्स सहयोग पर चर्चा करेंगे। विदेश मंत्रालय के मुताबिक सम्मेलन में व्यापार एवं निवेश संवर्द्धन एजेंसियों के बीच एक ब्रिक्स सहमति पत्र पर भी हस्ताक्षर होने की उम्मीद है।